बड़वानी : लगातार दुसरे राज्यों से लाये जा रहे हैं मजदूर, सभी के चेहरों पर अनोखी मुस्कान

बड़वानी
शुक्रवार को राजकोट से ट्रेन के माध्यम से रतलाम रेल्वे स्टेशन पहुंचे जिले के 9 सौ से अधिक मजदूरो को बसो के माध्यम से जिले में लाया गया। यहाॅ उन्हें साबुन से हाथ – मुंह धुलवाकर जहा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, वही खाना खिलवाकर पुनः बसो के माध्यम से उनके गृह ग्राम तक पहुंचवाया गया।
कलेक्टर श्री अमित तोमर ने बताया कि लाॅक डाउन के कारण गुजरात में फॅसे जिले के इन मजदूरो को विशेष ट्रेन के माध्यम से शुक्रवार की सुबह रतलाम लाया गया। जहाॅ से इन मजदूरो को अधिकारियों की देख-रेख में बसो के माध्यम से जिले में लाया गया। यहाॅ आने के साथ सर्वप्रथम साबुन से उनके हाथ – मुंह धुलवाये गये, तत्पश्चात् सेनेटाइजर से हाथ साफ कराकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया । इस दौरान उन्हें खाने के पैकेट भी वितरित किये गये। वही प्रत्येक मजदूर की व्यक्तिगत जानकारी नोट कर उन्हें उनके घरो तक बसो के माध्यम से पहुंचाया गया है। श्री तोमर ने बताया कि इन मजदूरो की जानकारी उनके ग्राम के सरपंच एवं सचिव से सांझा की जायेगी, जिससे वे इन्हें अगले 14 दिन तक होम क्वारेटाइन में रहना सुनिश्चित करवा सके।
6 बच्चो का पिता इकराम भी लौटा है पत्नि कोमा बाई के साथ
गुजरात से लौटे पांचपुला दक्षिण के श्री इकराम सरदार खुशी – खुशी बताते है कि वे 6 माह पहले मजदूरी करने हेतु चरखड़ी गुजरात गये थे, साथ में उनकी पत्नि श्रीमती कोमा बाई भी थी। गुजरात जाने के लिये उन्होने अपने 6 बच्चो को ग्राम में ही रिस्तेदारो के पास छोड़ दिया था।
घोषित लाॅक डाउन के कारण वे चाहकर भी अपने ग्राम नही लौट पा रहे थे, ऐसे में वे और उनकी पत्नि अपने बच्चो के लिये दिन – रात चिन्तित रहते थे । ऐसे में सरकार ने उन जैसे मजदूरो की चिन्ता कर जो टेªन एवं बस सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराकर घर पहुंचने का अवसर प्रदान किया है, वे इसे जिन्दगी भर नही भूल पायेंगे ।
गोदी में दो छोटे बच्चो को लेकर गुलसिंह एवं फरकी बाई भी पहुंचे अपने घर
पांचपुला दक्षिण के ही श्री गुलसिंह अपनी पत्नि श्रीमती फरकीबाई एवं 2 छोटे बच्चो के साथ गुजरात के गोहद में विगत ढेड माह से फॅसे हुये थे । ऐसे में जब उन्हें ज्ञात हुआ कि बड़वानी के मजदूरो को राजकोट से train के माध्यम से रतलाम एवं रतलाम से बस के माध्यम से अपने गाॅव तक निःशुल्क भेजा जा रहा है। तो वे भी पत्नि एवं बच्चो के साथ टेªन में सवार होकर रतलाम पहुंच गये और वहाॅ से उपलब्ध कराई गई बस के माध्यम से अब अपने गाॅव पहुंच रहे है।
विपत्ति के समय शासन एवं प्रशासन ने जो उनका ध्यान रखा है, उसके लिये उनके पास शब्द नही है।
पत्नि बच्चो और माता के साथ लौटा दिलीप बरडे
गुजरात से लौटे सुस्तीखेड़ा के श्री दिलीप बरडे खुशी – खुशी बताते है कि वे अपनी पत्नि श्रीमती रमबाई एवं माता चेतरी बाई के साथ मजदूरी करने गुजरात के नेताखम्बा गये थे। साथ में उनका छोटा पुत्र भी था । सभी लोग लाॅक डाउन के कारण गुजरात में फॅस गये थे, ऐसे में चाहकर भी अपने घरो को नही लौट पा रहे थे । भला हो शासन – प्रशासन का जिसने निःशुल्क टेªेन एवं बस सुविधा उपलब्ध कराकर सुरक्षित तरीके से हमे अपने ग्राम तक पहुंचा दिया है।
आज मेघनगर से लाये जायेंगे मजदूर
आज शनिवार को टेªन से मेघनगर पहुंचने वाले 987 मजदूरो को 32 बसो के माध्यम से जिले में लाया जायेगा। शनिवार को प्रातः 6 बजे मेघनगर पहुंचने वाली इस टेªन के लिये कल जिले से 32 बसो को उनके प्रभारी अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियो के साथ समुचित सूखा नास्ता देकर रवाना कर दिया गया था। आज यह नोडल अधिकारी टेªनो से आ रहे इन मजदूरो का जहाॅ टेªन से उतरने के साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर उन्हे नास्ता करवाकर बसो से लेकर जिले में पहुंचेंगे । जिले में पहुंचने के साथ ही पुनः इनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं भोजन करवाने के साथ इन्हे बसो से ही इनके गृह ग्राम तक पहुंचवाया जायेगा ।