हाेशंगाबाद – कलेक्टर और एसडीएम में हुई तू-तू-मैं-मैं, फिर कलेक्टर ने एसडीएम को पद से हटाया, ये है पूरा मामला
हाेशंगाबाद – हाेशंगाबाद से एक चौका देने वाला मामले सामने आया है जहां कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने एसडीएम रवीश श्रीवास्तव को पद से हटा दिया। दरअसल इन दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं हो गई, जब ये तू-तू-मैं-मैं हद से ज़्यादा बढ़ गई तो कलेक्टर ने तत्काल एसडीएम को पद से हटा दिया। फिलहाल श्रीवास्तव छुट्टी पर चले गए हैं। उनकी जगह रात में ही आदित्य रिछारिया को नया एसडीएम बना दिया गया।
ये था मामला
दरअसल अवैध रेत परिवहन के मुद्दे पर एसडीएम रवीश श्रीवास्तव कार्रवाई करने पहुंचे थे। लेकिन इसी बीच कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने उन्हें अपने बंगले पर बुला लिया। फिर ऑफिसर्स क्लब की फाइल नहीं देने के साथ ही भाजपा विधायक सीतासरन शर्मा के भतीजे वैभव शर्मा के रेत स्टॉक के बाहर खड़े डंपरों पर कार्रवाई को लेकर एसडीएम से सवाल पूछे। इस दौरान दोनों में जमकर बहस हो गई, और कलेक्टर ने एसडीएम को सरकारी गद्दी से हटा दिया।
एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने बताया की कि पूरे प्रदेश में खनिज पोर्टल बंद करने के निर्देश के बाद भी एक ही फर्म का परमिशन चालू था। इसकी जांच करने गया था। उन्होंने बताया की जब वे वह पहुंचे तो 50 डंपर खड़े मिले। उन्होंने बताया की इस कार्रवाई के लिए मैंने खनिज विभाग के अफसरों को बुलाना चाहा।लेकिन उस से पहले मुझे कलेक्टर ने अपने बंगले पर बुला लिया। एसडीएम ने बताया की मुझे तीन घंटे तक बंगले पर बंधक बनाकर रखा। साहब की असल नाराजगी रेत को लेकर थी।
उधर, इस पुरे मामले पर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह एसडीएम को पूछताछ के लिए बुलाया था। एसडीएम के खिलाफ कई शिकायत पहले भी मिली हैं। उन्होंने कहा कि घर कोई मिलने आए और बाहर जाकर खुद को बंधक कहने लगे तो उसमें मैं क्या कर सकता हूं। कलेक्टर ने कहा कि हाईकाेर्ट में ऑफिसर्स क्लब की जमीन का मामला विचाराधीन हैं। महाधिवक्ता ने इसकी फाइल बुलाई थी। एसडीएम को फाइल तहसीलदार काे देने के लिए कहा था। गुरुवार देर रात तक जब फाइल तहसीलदार तक नहीं पहुंची तो एसडीएम को बंगले पर बुलाया था।