माननीयों का ध्यान रखना सरकार की प्रथम वरीयता :- वित्तीय वर्ष खत्म होने के 1 दिन पहले ही सरकार ने जारी किये विधायकों और सांसदों की जनसंपर्क निधि

माननीयों का ध्यान रखना सरकार की प्रथम वरीयता :- वित्तीय वर्ष खत्म होने के 1 दिन पहले ही सरकार ने जारी किये विधायकों और सांसदों की जनसंपर्क निधि
भोपाल:- मध्यप्रदेश में जनता चाहे जितनी भी परेशान हैं पर माननीयों का पूरा ध्यान रखा जाता है.
सरकार ने वित्तीय वर्ष खत्म होने के 1 दिन पहले मंगलवार को विधायकों और सांसदों की जनसंपर्क निधि जारी किए जाने के आदेश दे दिए हैं. राज्य सरकार ने प्रभारी मंत्री ना बनाए जाने की स्थिति में विधायकों और सांसदों की जनसंपर्क निधि की राशि सभी 52 जिलों के कलेक्टरों द्वारा जारी किए जाने के आदेश दे दिए हैं.
बताते चलें कि विधायकों और सांसदों के जनसंपर्क निधि की राशि अब तक जारी नहीं किए जाने की वजह जिले के प्रभारी मंत्रियों की घोषणा ना होना रही है क्योंकि प्रभारी मंत्री की इस निधि को जारी कर सकते हैं.
विधायक को जनसंपर्क निधि के दौरान2 लाख ₹75 हज़ार रूपए मिलते हैं जिनमें से ₹75000 सांसद की रहती है..इस हिसाब से सांसद को संसदीय क्षेत्र में आने वाली सात से आठ विधानसभा के हिसाब से 5.25 लाख और ₹600000 के बीच मिलेंगे जनसंपर्क में थी कि 229 विधायकों को 5 करोड़ 80 लाख रुपए सांसदों को एक करोड़ का ₹1 करोड़ 52 लाख रुपये जारी किए जाएंगे.