क्या कहता है विधानसभा का आकड़ा? जानें किस के पास है कितने विधायकों का समर्थन
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में पिछले कई दिनों से चल रहा सियासी घमासन आज शायद थम सकता हैं। सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट के आदेश दे दिए हैं। तीन दिन की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मध्य प्रदेश विधान सभा सचिवालय ने देर रात कार्यसूची जारी की। कार्य सूची के मुताबिक दोपहर 2 बजे विश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन होगा। सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम 5 बजे तक सरकार को बहुमत साबित करने का समय दिया हैं।
ये है विधानसभा का आकड़ा
मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीट हैं। इनमें से 2 विधायकों के निधन के कारण 2 सीट खाली हैं। इस तरह कुल 228 विधायक थे। जबकि कांग्रेस के बागी 22 विधायकों के इस्तीफे स्पीकर ने मंजूर कर लिए हैं। अब 206 विधायक शेष हैं। ऐसे में सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 104 विधायक चाहिए।
बीजेपी कांग्रेस ने किया बहुमत का दावा
कांग्रेस लंबे समय से इस बात का दावा कर रही है की उसके पास बहुमत का आकड़ा हैं। लेकिन कांग्रेस के पास इस वक्त सिर्फ 92 विधायक हैं। अगर कमलनाथ सरकार को समाजवादी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी और निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी मिल जाता है तो उसके पास 99 विधायक होंगे। यानि बहुमत से 5 कम।
वहीं, बीजेपी के 107 विधायक हैं। हालांकि वो दावा सिर्फ 106 विधायकों का कर रही हैं। दरअसल, पार्टी ने अपने विधायक नारायण त्रिपाठी का नाम उस सूची में शामिल नहीं किया हैं। बीजेपी को कही न कही इस बात का यकीन है की विधायक नारायण त्रिपाठी अपना पाला बदल सकते हैं। बता दे कि इस से पहले बीजेपी ने राज्यपाल के सामने परेड में भी 106 विधायक ही शामिल किए थे।