Jabalpur : आठ सालों से अधूरा पड़ा है स्कूल भवन का निर्माण, 2012 में ही आवंटित हुई थी राशि

Jabalpur, Gautam Kumar :– जबलपुर जिले के मंझौली तहसील से आये दिन घपले की एक नई खबर आ जाती है। ताज़ा मामला है स्कूल के बिल्डिंग निर्माण से जुड़ा हुआ, सूत्रों की माने तो स्कूल भवन के निर्माण के लिए वर्ष 2013 में ही राशी आवंटित की गई थी, जिसके बाद पहली किश्त निकालकर थोड़ा सा काम भी करवाया गया, लेकिन उसके बाद सरपंच बदल गए और स्कूल का निर्माण होता ही रह गया।
लोगों को उम्मीद थी कि शायद सरपंच बदलने के बाद स्कूल का निर्माण हो जाये लेकिन काफी शिकायतों के बाद भी यह संभव नहीं हो पाया है। इसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा सीएम हेल्पलाइन में भी की गई है लेकिन आज तक स्कूल नहीं बन पाया है।
जब द लोकनीति ने सचिव से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने हमारा फ़ोन ही नहीं उठाया। जब हमने सरपंच रामशरण मिश्रा से इस बारे में बात की तो पता चला की राशि की किस्त नहीं आई थी इसलिए भवन निर्माण नहीं हो पाया है।जब हमने पूछा कि क्या आपने इसको लेकर कोई आवेदन दिया था तो इस बात को सरपंच ने सचिव पर टाल दिया मतलब साफ़ है या दो राशि के आवंटन में घालमेल है या फिर सचिव और सरपंच की मानसिकता में। इससे पहले भी इस क्षेत्र से सचिव रघुवीर दुबे को लेकर शिकायतें आ चुकी हैं।
जर्जर भवन में लग रहा स्कूल
अभी जिस भवन में यह स्कूल चल रहा है इसकी हालत का अंदाजा आपको तस्वीरों से हो जाएगा। यह भवन इतना पुराना है कि यह कभी भी गिर सकता है और बच्चे घायल हो सकते हैं। लेकिन इससे सचिव साहब को क्या उन्हें तो बस भ्रष्टाचार से मतलब है। पीएम आवास योजना से लेकर भवन निर्माण तक सभी जगह घपले-घोटाले हुए हैं और इन सभी घोटालों में एक नाम सामान्य है वह है सहायक सचिव रघुवीर दुबे का।
ज़िम्मेदारी किसकी
इस भवन का निर्माण लगभग 8 सालों से अटका है? क्यों अटका इसका कोई ठोस जवाब किसी के पास नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है की सहायक सचिव और सरपंच ने पैसो का घालमेल किया है इसलिए स्कूल के भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत यह काम वर्ष 2012-13 में शुरु किया गया था यह भवन अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ इसका जवाब न तो सरपंच के पास है न ठेकेदार के पास।