कांग्रेस जांच दल ने कमलनाथ को सौंपी उज्जैन की रिपोर्ट, 80% भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन में 28 मई को अचनाक आई तेज आंधी की वजह से ‘महाकोल लोक’ की मूर्तियां टूटने को लेकर कांग्रेस ने जांच के लिए कमेटी बनाई थी। जिसके बाद जांच दल ने सर्वे कर अपनी रिपोर्ट पीसीसी चीफ कमलनाथ को सौंप दी है। रिपोर्ट में ‘महाकाल लोक’ निर्माण में 80 प्रतिशत भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। जिसे लेकर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि निर्माण करने वाली तीनों कंपनी गुजरात की है। सभी मूर्तियां बिल्कुल हल्की क्वालिटी की हैं। सीएम शिवराज ने महिमामंडन के लिए तेज गति पर ज्यादा ध्यान तो दिया, लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया। महाककल लोक में जो मूर्तियां लगी हैं, में उसके प्रमाण लेकर आया हूं। मूर्ति कमजोर मटेरियल की बनाई गई। मूर्तियों में जो स्टील लगाना था उसे नहीं लगाया गया। मूर्तियों की रिपेयरिंग बंद कमरे में किया जा रहा है। जबकि खंडित मूर्तियों को लगाना सनातन धर्म में वर्जित है। जो मूर्तियां बची हुई हैं, उनके कलर उतर रहे हैं। मूर्तियां अपनी जगह छोड़कर इधर-उधर हुए दिख रही हैं। साथ ही वर्मा ने कहा कि मंत्री भूपेंद्र सिंह ने हम पर जो आरोप लगाया था आज उन का जवाब सभी सबूतों के आधार पर दे रहा हूं। कल भूपेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि महाकाल लोक कांग्रेस सरकार की देन है। अभी तक मोदी जी झूठ बोल रहे थे। पूर्व मंत्री कहा कि मैं भूपेंद्र सिंह को चैलेंज करता हूं। आप बोलो भोपाल में किस जगह आपको अपनी भाजपा की बेगुनाही साबित करना है आ जाओ। मैं आपके भ्रष्टाचार को साबित करके दिखाऊंगा। महाकाल लोक निर्माण में 80% भ्रष्टाचार किया गया है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने किया पलटवार
वहीँ नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भारत सरकार की सबसे बड़ी जांच संस्था सीपैड ने अप्रूवल दिया है। मूर्तियों के निर्माण में कोई अनियमितता नहीं हुई है। कांग्रेस घटिया राजनीति करती है। कांग्रेस पार्टी ने ही टेक्निकल अप्रूवल दिया था और अगर घटिया निर्माण था तो कांग्रेस ने अपने सत्ता काल में पेमेंट क्यों किया था।