ये धरना नहीं गोडसे की मातम सभा है- छत्तीसगढ़ कांग्रेस
- छत्तीसगढ़ में बीजेपी के धरना प्रदर्शन पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
- कांग्रेस ने सवाल उठाया कहीं किसानो की आड़ में गोडसे का मातम तो नहीं मना रही है भाजपा?
- कल ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा था #गोडसे_मुर्दाबाद
बीते कल गांधी के हत्यारे गोडसे का नाम ट्वीटर पर एक बार फिर से उछला. जहाँ एक ओर #गोडसे_मुर्दाबाद ट्वीटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा था. तो वहीं छत्तीसगढ़ में बीजेपी प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी. इन दोनों घटनाओं को साथ में जोड़कर कांग्रेस ने प्रदर्शन कर रही भाजपा को घेर लिया. कांग्रेस ने कहा कि- भाजपा ने तथाकथित धरना के लिए 15 नवंबर का दिन इसलिए चुना क्यूंकि आज ही के दिन गोडसे को फांसी पर लटकाया गया था. और ये कोई धरना प्रदर्शन नहीं बल्कि नाथूराम गोडसे की मातम सभा है.
Important-@BJP4CGState ने आज 15 नवम्बर को एक तथाकथित “धरना” का कार्यक्रम रखा।
क्या आप जानते हैं कि इन्होंने आज का दिन क्यों चुना?
क्योंकि आज ही के दिन #गोडसे_मुर्दाबाद को फांसी हुई थी।
सबके चेहरे देखकर समझ आ रहा है कि यह कोई धरना नहीं बल्कि नाथूराम की याद में मातम सभा थी। https://t.co/8Z67UsL7rF
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) November 15, 2019
प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि भाजपा के लोग गोडसे को पूजते है, सम्मान देते है और घर में मूर्ति लगाते है तो फिर खुलकर बोलते क्यों नहीं? कहीं आज का धरना प्रदर्शन किसानों की आड़ में गोडसे का मातम तो नहीं था?
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि कब तक सावरकर की तरह कायर बने रहोगे, खुलकर आओ और बोलो कि हाँ हम गोडसे के पुजारी हैं.