कल दिखाएंगे 21वीं सदी के वैज्ञानिक युग में कम्प्यूटर बाबा अपना ये प्राचीन अवतार, पढ़िये इस रिपोर्ट में
Bhopal Desk:Garima Srivastav
कंप्यूटर युग में कंप्यूटर बाबा(Computer Baba) का यह प्राचीन अवतार आपको कल बखूबी देखने को मिलेगा.ऐसा मालूम हो रहा है जैसे कि कंप्यूटर बाबा पूर्ण रूप से अंधविश्वास पर अपना जीवन यापन करते हैं. एक तरफ उनके कई कर्म अब उजागर हो चुके हैं है तो दूसरी तरफ अपने बुरे कर्मो पर पर्दा डालने के लिए कंप्यूटर बाबा ने अंधविश्वास का यह नया खेल खेलना शुरू कर दिया है.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर(Bulandshahar) में कल दो साधुओं की तलवार से हमला कर हत्या करने के विरोध में इंदौर गोम्मटगिरी स्थित आश्रम पर संत कंप्यूटर बाबा लॉक डाउन के दौरान 29 अप्रैल बुधवार को सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक तपती दोपहर में लगातार 7 घंटे तक धहकते कंडो के बीच धूनी रमा कर अनशन करेंगे.
कंप्यूटर बाबा ने कलेक्टर डीआईजी सहित कई अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अनशन की सूचना दी है.
अनशन के दौरान भी कंप्यूटर बाबा लॉक डाउन का पालन करेंगे और उनके साथ इस “धूनी अनशन” में केवल दो ही संत शामिल होंगे और वह भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे.
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि, अगर संतों की सुरक्षा भोजन और स्वास्थ्य की लॉक डाउन(Lock Down) के दौरान कोई व्यवस्था नहीं की गई तो लॉक डाउन खुलने के बाद कंप्यूटर बाबा 10,000 संतो को लेकर बुलंदशहर में अनशन करने पहुंचेंगे.
अब कंप्यूटर बाबा के इस अंधविश्वास के खेल के पीछे क्या राज है इसका अनुमान लगाना तो मासूम जनता के लिए शायद मुश्किल ही होगा, क्योंकि इन अंधविश्वासी बाबाओं का खेल बेहद पुराना है. जब इन्हें आगे आने को कुछ नहीं मिलता तो यह अंधविश्वास का गंदा खेल रचते हैं.
और मासूम जनता इनके रचे रचाए खेल में फस जाती है. क्योंकि भारतवर्ष में प्राचीन काल से ही साधु-संतों पर अगाध विश्वास किया जाता था. जो कि आज भी उसी प्रकार से कायम है.
हालांकि कंप्यूटर बाबा द्वारा अन्धविश्वास के पीछे किए हुए आपराधिक कर्म लोगों के सामने आ चुके हैं, पर फिर भी बाबा जी ढोंग रचने में पीछे नहीं हट रहे. उनका निरंतर प्रयास जारी है.
अब देखना यह है कि कंप्यूटर बाबा के कल के अनशन के बाद उन्हें कितनी ख्याति प्राप्त होती है…… !!