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जोधा-अकबर की प्रेम कहानी को लेकर बेतुका बयान देने पर फंसे BJP MLA, मांगनी पड़ी माफ़ी

  • बेतुका बयान देने पर फंसे BJP विधायक रामेश्वर शर्मा
  • बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर हुआ वायरल
  • लोगों ने जताया विरोध

भोपाल/अंजली कुशवाह: भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा सागर में आयोजित  'हिंदुत्व धर्म संवाद' कार्यक्रम के दौरान जोधाबाई और अकबर के विवाह पर बेतुका बयान देने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया हैं. कार्यक्रम में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि इतिहास में जोधाबाई और अकबर का प्रेम विवाह नही हुआ था, सत्ता को बचाने के लालच में बेटी दांव पर लगाया था. इसके अलावा उन्होंने हिन्दू राजाओ को सत्ता का लालची भी बताया. लेकिन इस मामले पर अब विधायक ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि मैं चालाक मुगलों की फूट नीति का वर्णन कर रहा था. राजपूत समाज को ठेस पहुंचाना मकसद नहीं था. मैं हिंदुत्व के रक्षक राजपूतों से क्षमा चाहता हूं.

क्या हैं पूरा मामला

बता दें कि सोमवार को सागर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान रामेश्वर शर्मा ने हिन्दू राजाओं को सत्ता का लालची बताते हुए विवादित बयान दिया था. रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि जोधाबाई और अकबर का रिश्ता किसी भी तरह से प्रेम विवाह नही था, जब लोग सत्ता के लोभी हो जाए और सत्ता को बचाने के लालच में बेटी दांव पर लगा दें. इसके अलावा उन्होंने हिन्दू राजाओं को सत्ता का लालची बताते हुए कहा की ऐसे लूटेरों से भी सावधान रहो, जो अपने बनकर धर्म को धोखा दे सकते हैं. विधायक के इस विवादित टिप्पणी का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लोगों ने इसका जमकर विरोध किया.

सफाई में कहा- राजपूत समाज शुरू से ही हिंदुत्व का रक्षक 

बता दें कि इस मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने सोमवार देर शाम सफाई देते हुए कहा कि राजपूत समाज शुरू से हिंदुत्व का रक्षक रहा है. आदिकाल से आज तक क्षत्रिय वीरों की गाथाएं देश को गौरवान्वित करती रही है. मैं रामेश्वर शर्मा सदैव हिंदुत्व के रक्षक महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान की वीर गाथाओं का गौरव गान करता रहा हूं. इतिहास में भले ही अकबर को महान बताया गया हो, लेकिन मेरे लिए अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान हैं.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि हिंदुत्व धर्म संवाद में अकबर एवं जोधा बाई के प्रसंग के वर्णन का उद्देश्य मुगलों की चालाकी और फूट-नीति का उल्लेख करना था. महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी और पृथ्वीराज चौहान से प्रेरणा पाकर हिंदुत्व के लिए लड़ने वाला रामेश्वर शर्मा कभी राजपूत समाज पर उंगली उठा ही नहीं सकता, लेकिन फिर भी मेरे किसी शब्द से मेरे किसी भी राजपूत हिंदू भाई को किंचित मात्र भी ठेस पहुंची हो तो आपका भाई रामेश्वर शर्मा 100 बार आपके सामने झुकने को तैयार है और आपसे इसके लिए क्षमा चाहता है.

बता दें कि, विधायक रामेश्वर शर्मा अपने विवादित बोल के चलते पहले भी कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं. अब आगे देखना ये होगा कि बेतुके बयान पर माफ़ी के बाद उनकी राजनैतिक छवि पर कितना असर पड़ेगा.

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