जीवित बेटी के पिंडदान पर भड़के बीजेपी नेता कपिल शर्मा, बोले- बेटियां अपराधी नहीं विक्टिम हैं
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक युवती ने दूसरे धर्म (विशेष समुदाय) के युवक से शादी कर ली। परिजन इस प्रेमविवाह से इतने नाराज़ हुए कि उन्होंने अपनी जीवित बेटी को मृत घोषित कर दिया है। इसके लिए बकायदा शोक संदेश छपवाकर रिश्तेदारों को भी बुलाया गया था। वहीं अब इस घटना पर दिल्ली बीजेपी नेता कपिल मिश्रा लड़की के परिजनों पर जमकर बरसते हुए उन्हें नसीहत दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि लव जिहाद में वही बेटियां मारी जा रहीं हैं जिनके परिजनों और दोस्तो ने उनसे संबंध खत्म कर लिए।
कपिल मिश्रा ने कहा- चाहे साक्षी का केस हो, श्रद्धा का केस हो ऐसे कितने मामले हैं। उन्होंने कहा कि बेटी को इतना भरोसा तो दो कोई अब्दुल अगर हाथ उठाएगा तो ये रहेगा कि मेरे माता-पिता भाई-बहन का दरवाजा मेरे लिए खुला है। मैं वापस जा सकती हूं इस तमाशे से क्या हासिल होगा? उन्होंने कहा बेटियां अपराधी नहीं विक्टिम है। अगर सच्चा प्रेम हुआ है और वह जा रही है। या फिर लव जिहाद में फंसी है, दोनों स्थितियों में संबंध खत्म मत कीजिए। बातचीत बंद मत कीजिए। कोई ना कोई संवाद का चैनल खुला रखिए। कल बेटी वापस आना चाहेगी तो कोई अब्दुल आपकी बेटी के ऊपर हाथ उठाए तो उसे यह तो पता हो, कि इसका परिवार इसके साथ खड़ा है। इसके मां-बाप इसके साथ खड़े हैं।
ज्यादातर अपराधियों को, मारने वालों को यह पता होता है मैं इसको मारूंगा तो इसको कोई पूछने नहीं आएगा। बचाने कोई नहीं आएगा। इसके पास वापस जाने की कोई जगह नहीं है, कोई घर नहीं है। तब हत्याएं होती हैं तब बेटियों को मारा जाता है। तब बेटियां सूटकेस में मिलती हैं। मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं बेटियों से संवाद बनाकर रखिए। मैं विनती करता हूं बेटियों से संवाद और बातचीत खत्म मत करो। कोई बच्चा बीमार पड़ जाए तो उसे मरने के लिए छोड़ देते हैं या उसका इलाज कराते हैं । केवल लड़कियों से नहीं, अपने बच्चों से लड़कों से भी बात करते रहिए। क्योंकि दमोह में अभी स्कूल का मामला सामने आया। गाजियाबाद में ऑनलाइन गेम में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया। अपने बच्चों के ऊपर कई तरह से खतरा है। तभी बेटियां बच पाएंगी।
बता दे कि अभी हाल ही में जबलपुर शहर के अमखेरा की रहने वाली एक 22 साल की युवती ने मोहम्मद अयाज (25) से शादी कर ली है। दस दिन पहले शादी के रिसेप्शन का कार्ड भी सामने आया था। कार्ड में युवती का नाम उजमा फातिमा लिखा है। इस शादी से नाराज परिजन ने युवती को मरा घोषित कर दिया। परिवार वालों ने जीवित बेटी की मौत की सूचना रिश्तेदारों और समाज के लोगों को देने के लिए शोक संदेश कार्ड छपवाया। कार्ड में उसकी मौत 2 अप्रैल को होना बताया है।