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MP: कांग्रेस ने वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले के आंकड़ों का दिया हवाला, कहा "आखिर किसे बनाया जा रहा बेवकूफ"

MP: कांग्रेस ने वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले के आंकड़ों का दिया हवाला, कहा आखिर किसे बनाया जा रहा बेवकूफ

 

 

 

मध्यप्रदेश:- मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान के दिन लगभग 17 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई., पर महा अभियान के ठीक एक-दो दिन पहले औसत से भी कम संख्या में टीके लगाए गए.

 मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा है. और कहा कि टीके की जमाखोरी रिकॉर्ड हासिल करने के लिए क़ी गई है.

अब कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर तीन दिनों के आंकड़ों का हवाला देकर प्रदेश सरकार के दावे पर सवाल उठाया है.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने तीन दिन के आंकड़े ट्वीट किए हैं. इस ट्वीट में एमपी में वैक्सीनेशन का आंकड़ा उन्होंने बताया है. इसके मुताबिक मध्य प्रदेश में 20 जून को 692, 21 जून को 16.93 लाख और 22 जून को 4842 लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाया. जयराम रमेश ने इसके नीचे लिखा- Who are we trying to fool? (हम किसे बेवकूफ बना रहे हैं.)

 इसके बाद बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा डर्टी पॉलिटिक्स लगातार की जाती है और इस मामले पर भी की जा रही है.

बीजेपी के प्रदेश महामंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि यह कांग्रेस की डर्टी पिक्चर और पॉलिटिक्स है. जिन आंकड़ों की बात कांग्रेस कर रही है, वह आंकड़े पोर्टल पर अपलोड होते हैं. किसी तरीके का कोई फर्जीवाड़ा होने की गुंजाइश नहीं है. कांग्रेस की मानसिकता खराब है.

 

MP: क्या देश में रिकॉर्ड बनाने के लिए वैक्सीनेशन महा अभियान से पहले की गई टीकों की जमाखोरी??

 

 मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन महा अभियान के पहले दिन 21 जून को सबसे ज्यादा टीके लगाए हैं बताते चलें कि सरकार ने 1000000 टीके लगाने का लक्ष्य रखा था पर 21 जून को मध्यप्रदेश में सिर्फ 17लाख टीके लगाए गए. नरेश ने पूरे देश में रिकॉर्ड हासिल किया. सबसे ज्यादा टीके मध्यप्रदेश में लगाए गए.

 

पर इससे पहले क्या औसतन टीके लगाए गए थे या फिर रिकॉर्ड कायम करने के लिए टीको की जमाखोरी हुई.

 21 जून को मध्यप्रदेश में करीब 1700000 टीके लगे पर उसके 1 दिन पहले सिर्फ 4098 लोगों को टीके लगे यानी औसत से भी कम टीके लगाए गए. और उससे भी एक दिन पहले सिर्फ 24000 लोगों को टीके लगे. बड़ा सवाल उठता है कि आखिर रिकॉर्ड कायम करने के पहले इतनी धीमी गति में टीके क्यों लगाया जाए. क्या टीको की जमाखोरी की गई..??

 इस पूरे मामले को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने सरकार पर जमाखोरी का आरोप लगाया है और कहा कि मध्यप्रदेश में टीकों की जमाख़ोरी,

—रिकॉर्ड बनाने के लिये 4 दिन लगाये औसत से बेहद कम टीके, मंत्री जी ने भी दिये ऊलजलूल जवाब।

 

शिवराज जी,

कोई काम बग़ैर फ़रेब के कर पाते हो ?

 

 जब पत्रकारों द्वारा चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से सवाल किया गया कि आखिर वैक्सीनेशन महा अभियान के 1 दिन पहले इतने कम टीके क्यों लगे तो उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 4 दिन वैक्सीन लगती है हो सकता है, 12:00 बजे के बाद किसी जिले में डाटा एंट्री हुई हो तो हो सकता है उसकी जो जानकारी हो वो अगले दिन में दर्ज हुई हो.

 

 सरकार तरफ से कहा गया कि आप लोगों को समझने में फेर है. जबकि सरकारी पोर्टल खुद यह बात सामने रख रही है कि वैक्सीनेशन महा अभियान के तीन-चार दिन पहले काफी कम संख्या में टीके लगाए गए. 14 जून को 510886 टीके लगे. 15 जून को 37904 टीके लगे. 16 जून को 350356 टीके लगे. 17 जून को 127136 टीके लगे. 18 जून को 11742 टीके लगे.19 जून को 24700 टीके लगे. तो वही 20 जून को 4098 टीके लगे.. यानी वैक्सीनेशन के ठीक 1 दिन पहले सबसे कम टीके लगाए गए.

 

 इस पूरी बात को लेकर सरकार का तर्क है कि लेकिन दरअसल वह 4 दिन ही लगा दी है सोमवार को बुधवार को बृहस्पतिवार को और शनिवार को. बाकी के 2 दिन यानी मंगलवार को और शुक्रवार को बाकी के दूसरे वैक्सीन जैसे पोलियो इत्यादि के लगाए जाते हैं. रविवार को कोई व्यक्ति नहीं लगाई जाती है जब उनसे पूछा गया कि सरकारी डाटा हर दिन का आता है तो सरकार का यह कहना है कि निजी अस्पताल किसी भी दिन लगाने की छूट है और यह शायद उनके डाटा है. पर डाटा और सरकार की बातें बिल्कुल अलग है.

 

 यानी कहीं ना कहीं हम कह सकते हैं कि सरकार की बातें और सरकारी डाटा बिल्कुल अलग है.

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