सभी खबरें

Bhopal :- स्वच्छता की राजधानी को पलीता लगा रहा झील किनारे का कचरा

स्वच्छता की राजधानी भोपाल जिसे ताल तलैया का शहर कहा जाता है, भोपाल अपनी झीलों के लिए देश भर में प्रसिद्द है।
इसके साथ ही साथ भोपाल को 02 बार स्वच्छता की राजधानी का पुरस्कार भी प्राप्त कर देश भर में स्वच्छता के मामलें में टॉप 05 में भी आ चूका है।

वही दूसरी और बात करे तो क्या भोपाल की झीले वाकई में उतनी स्वच्छ हैं, जितना की हम सरकार के विज्ञापनों में देख पाते हैं  ?

आज हम बात कर रहें हैं भोपाल की शाहपुरा झील के बारें में, जो की भोपाल की सबसे प्रसिद्ध झीलों में से एक है,
परन्तु अब वह अपनी सुंदरता के बजाय अपनी बदहाल अवस्था से चर्चा में हैं।
यहाँ पर रोज़ भारी मात्रा में कूड़ा डाला जा रहा है , जिसके चलते ताल की मछलियां लगातार मरती जा रही है और इस पर निगम द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाहीं भी नहीं की जा रही है |

क्या यही स्वच्छ भारत का वो सपना था , जिसे प्रधानमंत्री देखा करते हैं, व अपनी मन की बात में वह लोगों को जागरूक करने हेतु स्वच्छता के लिए बड़े कदम उठाने को भी कहते हैं।
 क्या यही स्वच्छ भोपाल का सपना भोपाल वासियों ने देखा था?
अगर झीलों का शहर कहलाने वाले भोपाल में ही झीलें स्वच्छ न रहे तो सरकार से और क्या उम्मीद की जा सकती है|
आज के युग में तो स्वच्छता बहुत मायने रखती है, जिसे नज़रअंदाज़ बिलकुल नहीं किया जा सकता है और किया भी नहीं जाना चाहिए |

आप तक यह सन्देश पहुंचाने का हमारा मुख्य मकसद आपको स्वच्छता के प्रति जागरूक कराना हैं।
द लोकनीति आप सभी से यह विनम्र आग्रह भी करता हैं की स्वच्छता को अपना गहना बनाना चाहिए ,स्वच्छता की श्रेणी में ना केवल अपने घर को शामिल करें बल्कि शहर को ही अपना घर मानकर उसकी स्वच्छता का संकल्प लें।

ऐसी ही जागरूक का देने वाली ख़बरों के लिए सदा बने रहिये द लोकनीति के साथ | 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button