भोपाल: विधानसभा सत्र स्थगित करना तो बहाना है, दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज को तो अपने मन का शासन चलाना है

भोपाल: विधानसभा सत्र स्थगित करना तो बहाना है, दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज को तो अपने मन का शासन चलाना है
भोपाल/राजकमल पांडे। जब भी विधानसभा सत्र बुलाने की बात होती है, तो शिवराज सिंह चौहान की सरकार कोरोना का डर दिखाकर विधानसभा की कार्यवाही टाल देती है. ज्ञात हो कि 31 दिसम्बर को सारे जिले कलेक्टरों को आदेश निकालकर भोपाल छोड़कर प्रदेश भर के सारे कोविड सेंटरों को बंद करने के आदेश दे रही है. वहीं वर्ष 2020 में एक बार भी विधानसभा की बैठक नहीं हुई है, भाजपा की शिवराज सरकार विधानसभा में चर्चा के बिना ही मनमाने तरीके से शासन कर चल रही है. और जब कोरोना यदि इतना ही भयावह है तो फिर प्रदेष भर में कोविड सेंटर को बंद क्यों किया जा रहा है.
गौरतलब है कि शिवराज सरकार ने प्रदेषभर के कोविड सेंटर बंद करने का आदेश दे दिया है, वहीं दूसरी ओर कोरोना के नये वायरस ने दस्तक दे दी है जहां कई देशो पर हमला बोल दिया जिसके परिणामस्वरूप कई देशो ने फिर से लाॅकडाउन शुरू कर दिया है. ऐसी भयावह स्थिति आने के पूर्व कोविड सेंटर बंद किया जाना जोखिम भरा हो सकता है. जिसकों लेकर शिवराज सरकार गंभीर नहीं है. जबकि वहीं भारत में भी नये वायरस के मरीज पाये जा चुके हैं बावजूद इसके बचाव में जुटने से पहले कोविड सेंटर बंद कर प्रदेश की जनता के जान से खिलवाड़ ही कहा जा सकता है.