भोपाल : डेंगू मरीज अब हो रहे है हेमरैजिक फीवर के शिकार, नाक-आंख समेत अन्य हिस्सों से आने लगता है खून
भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले पांच दिनाें में डेंगू के 51 और चिकनगुनिया के आठ नए मरीज मिले हैं। शनिवार काे भी डेंगू के पांच नए और मरीज मिले। इसके साथ ही अब शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 385 और चिकनगुनिया मरीजों की संख्या बढ़कर 78 पर पहुंच गई है। शनिवार को जो मरीज मिले वे बैरागढ़, भीम नगर और शिवाजी नगर क्षेत्र के रहने वाले बताए गए हैं।
इसी बीच अब खबर है कि डेंगू मरीज हेमरैजिक फीवर के शिकार भी हो रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो समय पर सही इलाज नहीं मिलने के बाद ही यह स्थिति बन रही है। वहीं, हमीदिया के मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. सिम्मी दुबे ने बताया कि डेंगू और वायरल के मरीज अधिक आ रहे हैं। कुछ मरीजों में आंख और नाक से खून बहने तक की स्थित आ रही है। हालांकि, यह वही मरीज हैं जिनका समय पर इलाज शुरू नहीं हुआ।
क्या है हेमरैजिक फीवर के लक्षण
बताया जा रहा है कि हेमरैजिक फीवर में मरीज की नाक, आंख और दांत समेत अन्य हिस्सों से भी खून आने लगता है। हालांकि, ऐसे गिने चुने केस ही सामने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार हमीदिया के मेडिसिन विभाग में इलाज कराने पहुंचे 42 वर्षीय मरीज को चार-पांच दिन से बुखार था। एक-दो दवाई ही नहीं ली, इसके बाद स्थानीय स्तर पर इलाज कराया। जब हालत ज्यादा बिगड़ी तो परिजन हमीदिया लेकर पहुंचे थे।
यहां रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। प्लेटलेट्स घटकर 40 हजार से भी नीचे आ गए था। आंख और नाक से खून आने लगा था। इलाज के बाद हालत सुधरी। यहां 10 दिन भर्ती रखना पड़ा।
डेंगू बुखार के हाेते हैं 4 प्रकार
डेंगू बुखार के 4 प्रकार हाेते हैं। डेन-1, डेन-2, डेन-3 और डेन-4। इनमें से डेन-2 खतरनाक माना जाता है। इससे पीड़ित मरीज को डेंगू शॉक सिंड्रोम की आशंका भी रहती है। विशेषज्ञों की मानें तो राजधानी समेत मप्र के अन्य शहरों में बीते सालों में डेंगू बुखार का स्ट्रेन 2 यानी डेन-2 पाया गया है। हालांकि अभी रहत की बात ये है कि दूसरे शहरों के मुकाबले भोपाल में मरीज कम है।
इधर, अब स्वास्थ्य विभाग डेंगू वायरस के स्ट्रेन की जांच के लिए राजधानी समेत सात शहरों से सैंपल जांच के लिए जबलपुर की एनआईवी लैब भेजे जाएंगे। इससे पहले जबलपुर, रतलाम और मंदसौर के कुछ सैंपल की जांच कराई जा चुकी है।