रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका की भारत को चेतावनी कहा, अगर किया गठबंधन तो झेलने पड़ेंगे दीर्घकालीन अंजाम
इंटरनेशनल डेस्क : रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग अब अपने 43वें दिन में पहुंच चुकी है। ये जंग थमने का नाम ही नहीं ले रही है। इस जंग में यूक्रेन पूरी तरह से बर्बाद हो चूका है। यूक्रेन ने कई देशों से मदद की अपील भी की लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया है। इसी बीच अमेरिका ने भारत को लेकर नाराज़गी जताते हुए बड़ी चेतवानी दी है।
दरअसल, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर जहां अमेरिका, यूरोपीय देशों, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, वहीं भारत ने रूसी हमले की आलोचना तक नहीं की है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में रूसी हमले के निंदा प्रस्तावों पर वोटिंग से भी खुद को दूर रखा है। भारत लगातार कहता रहा है कि हिंसा को तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए और दोनों पक्षों को कूटनीतिक तरीके से मतभेदों को सुलझाना चाहिए।
इसी बीच अमेरिका ने भारत से कहा है कि अगर भारत रूस के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाता है तो भारत को इसके दीर्घकालीन अंजाम झेलने पड़ेंगे। अमेरिका ने कहा है कि भारत अगर रूस के साथ गठबंधन करता है तो उसे भारी कीमत चुकानी होगी। अमेरिका का कहना है कि युद्ध के संदर्भ में कई ऐसे मौके रहे हैं जहां हम चीन और भारत दोनों के फैसलों से निराश हुए हैं।
वहीं, ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष आर्थिक सलाहकार (व्हाइट हाउस नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के निदेशक) ब्रायन डीज ने कहा है कि अमेरिकी प्रशासन ने भारत को रूस के साथ गठबंधन करने के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन-रूस युद्ध पर भारत की कुछ प्रतिक्रियाओं से निराश है।
बता दे कि भारत और अमेरिका पिछले कुछ दशकों से काफी करीब आए हैं और दोनों देशों के बीच का सामरिक और रणनीतिक रिश्ता भी काफी मजबूत हुआ है। ऐसे में अमेरिका की इस चेतावनी पर भारत का क्या रुख रहता है ये देखना दिलचस्प हो गया है।