BCLL द्वारा संचालित बसों की हालत खस्ता, काला धुआँ छोड़तीं, पर्यावरण को नुकसान पहुंचातीं, रोड में बेखौफ़ दौड़ रहीं

भोपाल: BCLL द्वारा संचालित बसों की हालत आज किसी से छुपी नहीं है। एक तरफ सरकार पर्यावरण को सुधारने की बात करती है और दूसरी तरफ ऐसे वाहनों पर प्रतिबन्ध नहीं लगाती जो बुरी तरह से पर्यावरण को नुकसान पंहुचा रहे हैं उनमे से एक नाम BCLL द्वारा संचालित बसें हैं जो पर्यावरण में धुएं को बिखेरती नजर आती हैं। ट्रैफिक पुलिस का काम किसी को समझ नहीं आता कि वो कर क्या रहे हैं न ट्रैफिक दुरुस्त कर रहे हैं और न ही ऐसे वाहनों की चेकिंग कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि पुलिस को सिर्फ प्राइवेट वाहन चेकिंग में दिखते हैं। भोपाल में चल रहीं BCLL की 70% बसों की हालत ख़राब है पर उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है आखिर क्यों? घोर काला धुआं फेकती हुईं ये बसें पर्यावरण को किस हद तक प्रदूषित कर रहीं हैं ये ट्रैफिक पुलिस को नहीं दिखता, प्रशासन को नहीं दिखता, साथ ही बसें ओवरलोड चल रहीं हैं ये भी प्रशासन को नहीं दिख रहा है, सही समय में भी बसें अपने स्थान में नहीं पहुंच रहीं हैं वो भी प्रशासन को नहीं दिख रहा है। प्रशासन को दिखता है तो सिर्फ बाइक वाला हेलमेट नहीं पहना है, चाहे वो चाय की दुकान में चाय पीने ही क्यों न जा रहा हो या कोई एमर्जेन्सी में हेलमेट भूल गया हो तो भी चालान कटेगा ही, ऐसा लगता है जैसे वो आतंकवादी हैं चारो तरफ से पुलिस उन्हें घेरकर खड़ी हो जाती है। कानून और नियम सबके लिए एक हैं अगर आप प्राइवेट वाहन को लेकर सख्त हैं तो वहींआपको सरकार द्वारा चलायी गयीं बसों को लेकर भी सख्त होना चाहिए। पर्यावरण की अगर सच में चिंता है तो BCLL की इन खटारा बसों के ऊपर कार्यवाही करिये जो अपने धुएं से पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने के साथ ही साथ शहर में रह रहे आम नागरिकों को भी नुकसान पंहुचा रही हैं।