इंदौर में बंजारा जन विकास सेवा समिति ने की बेटियाँ बचाने की अनूठी पहल, पढ़ें पूरी खबर

इंदौर / गरिमा श्रीवास्तव :- जहाँ एक तरफ कई लोग आज के युग में भी बेटियों को अभिशाप समझते हैं, उसी समाज के कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बेटियों को देवी की भांति पूजते हैं।
इंदौर के एक समिति ने इस कथन को सत्य साबित कर दिया है। बंजारा जन विकास सेवा समिति के लोगों ने इंदौर में एक अनूठी पहल की। यह समिति समाज के उन परिवारों को सम्मानित करती है जिनके घर में बेटियां है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत करते हुए संस्था तीन साल में कन्या को जन्म देने वाले 1345 माता-पिता का सम्मान कर चुकी है। इसमें बंजारा समाज के 365 माता-पिता भी शामिल हैं।
बता दें कि बंजारा जन विकास समिति की स्थापना 1 जनवरी 2017 को की गई थी। अध्यक्ष प्रकाश मानावत कहते हैं कई परिवारों में आज भी बेटा-बेटी में भेदभाव होता है। ऐसी भेदभाव को दूर करने के लिए हमने एक समिति का गठन किया और उन परिवारों को सम्मानित करने लगे जहाँ बेटियों को जन्म दिया जाता है।
इससे लोगो का आत्मविश्वास बढ़ रहा है। भ्रूण हत्या में कमी हो रही है, लोग बेटियों के महत्ता को समझ रहे हैं।
लोगो को सम्मानित करते हुए समिति के लोग परिवार वालों से भ्रूण हत्या न करने के प्रतिपक्ष में संकल्प पत्र भरवाते हैं।
सार्वजनिक स्थानों पर पम्पलेट बांटकर बेटी की सुरक्षा लिए जागरूक किया जाता है। गरीब बस्तियों में छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षण सामग्री वितरित की जाती है।
1 जनवरी से 10वीं-12वीं के निर्धन छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क कोचिंग स्कीम नंबर-71 स्थित जगदीशपुरी में दी जाएगी।