अशोकनगर: खाद की किल्लत से परेशान किसान ने लगाया मौत को गले
- ईशागढ़ तहसील के पिपरोल गांव की हैं घटना
- खाद नहीं मिलने से परेशान था किसान
अशोकनगर/ अंजली कुशवाह: मध्य प्रदेश में खाद किल्लत की समस्या अब एक भयावह रूप लेती जा रही हैं. अशोकनगर में खाद के लिए तरस रहे एक किसान ने परेशान होकर मौत को गले लगा लिया हैं. मिली जानकारी के अनुसार मृतक किसान पिछले पंद्रह दिनों से खाद के लिए भागदौड़ कर रहे थे.
ये मामला अशोकनगर जिले के ईशागढ थाना एरिया अंतर्गत बड़ी पिपरोल गांव का है. यहां 44 वर्षीय किसान धनपाल यादव ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. मिली जानकारी के अनुसार किसान ने कीटनाशक दवा खाकर अपने प्राण ले लिये.
रबी सीजन में बुआई को लेकर परेशान था किसान
जानकरी के मुताबिक किसान धनपाल यादव इस बार रबी सीजन में बुआई को लेकर बहुत परेशान थे. चूंकि, बुआई का समय गुजर रहा है और खाद नहीं मिल रहा. खाद के लिए मृतक धनपाल यादव पिछले करीब 15 दिनों से खाद के लिए सोसायटी का चक्कर काट रहे थे. इसके बावजूद खाद कहीं नहीं मिल पाया. इससे परेशान होकर बुधवार करीब रात 8 बजे उन्होंने सल्फास की गोलियां खा ली. उनकी तबियत बिगड़ने पर घरवालों उन्हें ईसागढ़ स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया. लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
इस मामले पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को घेरा
किसान के आत्महत्या मामले पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज पर आरोप लगाते हुए ट्वीट करते हुए कहा हैं कि सीएम शिवराज ने सारा खाद उपचुनाव वाले क्षेत्रों में भेज दिया है. उन्होंने यह भी कहा है कि चुनाव बाद वहां भी खाद मिलने बंद हो जाएंगे और इसके बाद खाद की कालाबाजारी होगी.
बता दें कि प्रदेश में रबी सीजन की बुआई के लिए महज दो हफ्ते ही बचे हैं. इन्हीं 15 दिनों में रबी सीजन की फसलें गेहूँ, चना, मसूर और सरसों की बुआई होनी है. लेकिन मध्य प्रदेश में खाद की भारी किल्लत की वजह से किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं.