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हमीदिया-सुल्तानिया अस्पताल के बाद अब जेपी अस्पताल की नर्सेस भी गई हड़ताल पर, कल कोर्ट में होगी सुनवाई

मध्यप्रदेश/भोपाल : वेतन बढ़ोतरी समेत अन्य मांगाें को लेकर हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल की नर्सेस की हड़ताल 7 वें दिन भी जारी हैं। हमीदिया और सुल्तानियां अस्पताल की 500 मे से 300 के करीब नर्सें हड़ताल पर हैं। इसी बीच जेपी अस्पताल की नर्से भी हड़ताल पर चली गई। जयप्रकाश जिला अस्पताल की भी 19 नर्से हड़ताल पर चली गई। हालांकि प्रबंधन का कहना है कि इससे वार्डों में इलाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। प्रबंधन ने हड़ताल पर जाने वाली नर्सों की जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को भेज दी हैं।

वहीं, हमीदिया अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने भी नर्सेस की हड़ताल को समर्थन दिया हैं। जबकि हड़ताल को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने एनएचएम की तरफ से नियुक्त नर्सेस और जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी बढ़ाई हैं। 

इस से पहले सोमवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक बेनतीजा रही। नर्सेसएसोसिएशन की भोपाल जिला अध्यक्ष कंचन खातरकर ने बताया कि सोमवार को डीएमई के साथ बैठक बेनतीजा रही। हमारी मांगाें का लिखित जवाब नहीं मिलने तक हमारी हड़ताल जारी रहेगी। वहीं, नर्सेस एसोसिएशन की प्रांतीय अध्यक्ष मंजू मेश्राम ने बताया कि कल कोर्ट में सुनवाई हैं। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा हैं। 

यह है प्रमुख मांगें

  • कोरोना काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योद्धा अवाॅर्ड से सम्मानित किया जाए।
  • कोरोना काल में अस्थाई रूप से भर्ती की गई नर्सेस को नियमित किया जाए।
  • उच्च शिक्षा में आयु सीमा हटाई जाए।
  • शासकीय नर्सिंग कॉलेज व स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं को कलेक्ट्रेट दर पर मानदेय दिया जाए।
  • सेकेंड ग्रेड उच्च स्तरीय वेतनमान व अन्य राज्यों की तरह लागू की जाए
  • 3 व 4 वेतनवृद्धि दी जाए
  • एन.पी.एस को संशोधित किया जाए।
  • 2018 के आदर्श भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70-80-90 प्रतिशत का हटाया जाए
  • प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की जाए
  • पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।
  • मेल नर्स की भर्ती भी तत्काल की जाए।
  • अन्य राज्यों की तरह प्रदेश के समस्त नर्सेस का स्टाफ नर्स से पदनाम पदलकर नर्सिंग ऑफिसर किया जाए।
  • 2004 के बाद नियुक्त सभी स्टाफ नर्सों की पुरानी पेंशन लागू की जाए।

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