भोपाल और इंदौर के बाद अब जबलपुर में होगा सीरो सर्वे, दिसंबर माह के पहले पखवाड़े से होगी शुरुआत

भोपाल और इंदौर के बाद अब जबलपुर में होगा सीरो सर्वे, दिसंबर माह के पहले पखवाड़े से होगी शुरुआत
- सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कोरोना संक्रमण रोकने बनेगी प्रभावी रणनीति
- राज्य शासन के निर्देश पर संभागायुक्त ने ली बैठक
- नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की 40 टीमें हर वार्ड में जा कर लेगी ब्लड के सैंपल
- सीरो सर्वे के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता का किया जाएगा आकलन
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
कोविड-19 के जबलपुर में बढ़ते संक्रमण को लेकर अब जबलपुर में सीरो सर्वे की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिला प्रशासन की मांग पर कोविड-19 की प्रबलता का आकलन करने राज्य शासन ने जबलपुर में सीरो सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। इसके पहले भोपाल और इंदौर में भी सीरो सर्वे हो चुका है। जबलपुर में ज़ीरो सर्वे दिसंबर माह के पहले पखवाड़े में शुरू होगा। सीरो सर्वे से प्राप्त परिणामों के आधार पर कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार की जाएगी। हीरो सर्वे को लेकर जबलपुर संभागायुक्त बी चंद्रशेखर ने शनिवार को संभाग आयुक्त कार्यालय में बैठक ली। बैठक में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, डीन मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल डॉ.प्रदीप कसार, सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुररिया सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। जिला प्रशासन की मांग पर कोविड-19 की प्रबलता का आंकलन करने राज्य शासन ने जबलपुर में सीरो सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं।इससे पूर्व भोपाल व इंदौर में सीरो सर्वे हो चुका है । जबलपुर में सीरो सर्वे दिसम्बर माह के पहले पखवाड़े में प्रारम्भ होगा । सीरो सर्वे के प्राप्त परिणामों के आधार पर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने प्रभावी रणनीति तैयार की जायेगी ।
क्या है सीरो सर्वे
सर्वे से यह पता लगाया जाएगा कि कितनी आबादी कोरोना से संक्रमित हुई है। कह सकते हैं कि कितने प्रतिशत लोगों में कोरोना के प्रति हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के खून के सीरम की जांच की जाती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडी की मौजूदगी के साथ ही यह पता चल जाता है कि कौन सा शख्स इस वायरस से संक्रमित था और फिलहाल ठीक हो चुका है।
व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता का होगा आंकलन
बैठक में बताया गया कि सीरो सर्वे के लिये नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की 40 संयुक्त टीम बनाई जायेगी । इन टीमों द्वारा शहर के प्रत्येक वार्ड में जाकर लोगों के ब्लड सैंपल लिये जायेंगे । सेम्पल उन लोगों के लिये जायेंगे जो कभी भी कोरोना पॉज़िटिव नहीं हुये हैं अथवा जिन्होंने कोरोना टेस्ट नहीं कराया है । सीरो सर्वे के माध्यम से व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता का आंकलन किया जायेगा । साथ ही कितने प्रतिशत लोग कोरोना से प्रभावित हुए हैं, यह भी ज्ञात किया जाएगा । कोरोना पर नियंत्रण पाने लिये बनाई जाने वाली रणनीति में सीरो सर्वे के महत्व को देखते हुये शहर के सभी नागरिकों से इस सर्वे में सहयोग प्रदान करने का अनुरोध भी बैठक के माध्यम से किया गया ।
लगभग 10 हजार सेम्पल लिये जायेंगे
सीरो सर्वे में सेम्पल प्रशिक्षित व्यक्तियों द्वारा ही लिये जायेंगे । सर्वे में प्रारंभिक तौर पर लगभग 10 हजार सेम्पल लिये जायेंगे । इस कार्य में समन्वय के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी की जायेगी । सर्वे के दौरान सैम्पल लेने वाली टीम के सहयोग के लिए पुलिस कर्मी, आशा कार्यकर्ता और एएनएम भी होंगी। संभागायुक्त श्री चंद्रशेखर ने कहा कि इसे मिशन मोड में करें और सर्वे टीम को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायें । ताकि सर्वे के बाद कोरोना संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिये और भी बेहतर तरीके से कार्य किया जा सके