Balaghat : पिता ने कर दी बेटे कि निर्मम हत्या, डर था कहीं ये कोरोना ना फैला दे

बालाघाट
लॉकडाउन और कोरोना वायरस लोगों से जाने और क्या-क्या करवाएगा। प्रदेश के बालघाट जिले के कुगांव में एक पिता ने अपने बेटे की हत्या इसलिए कर दी क्योंकि वह क्वारंटाइन सेंटर से लौटकर आया था। पिता को डर था कि इसे घर आने दिया तो दूसरों को कोरोना संक्रमण हो जाएगा।
नहीं आने दिया बेटे को घर
बालघाट के कुगाँव के रहने वाले कुछ दिनों पहले औरंगाबाद से लौटा था। औरंगाबाद से लौटने के बाद उसे क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था जहां से उसे 1 मई को छोड़ दिया गया। वह सीधे अपने गाँव पहुंचा पर पिता ने उसे घर में घुसने से मना कर दिया। इसके पीछे उसका तर्क था कि जब तक पंचायत का आदेश नहीं आता और गाँव वालों से सहमती नहीं ले लेता इसे घर में नहीं रख सकता। इसी बात पर दोनों में विवाद हो गया और विवाद में पिता भीमा ने बेटे कि हत्या कर दी। इसके पीछे पिता का डर भी जायज़ था या यूँ कहें कि जागरूकता कि कमी थी।
सरकारें असफल
सरकार ने यह तो बखूबी समझाया है कि लॉक डाउन है घरों में रहें। लोगों से दुरी बना कर रखें ताकि कोरोना फैलने से रोका जा सके। लेकिन यह नहीं बताया कि जब कोई क्वारंटाइन सेंटर से वापस आए तो उसके साथ कैसा सुलूक किया जाना चाहिए। अगर सरकार यह भी बताती तो एक बाप बेटे के अनमोल रिश्ते के बीच कोरोना कभी नहीं आ पाता। और एक जान भी बचाई जा सकती थी।
शिवपुरी में एक शख्स घर बेचने को मजबूर
शिवपुरी से एक ऐसा हीं मामला सामने आया है। न्यूज़ एजेंसी ANI कि माने तो यहाँ एक शख्स कोरोना से ठीक होकर लौटा जिसके बाद उसके पड़ोसी और कलोनिवाले उसे परेशान करने लगे। जिससे तंग आकर अब वह घर बेचने जा रहे है।
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