ध्यान दीजिये ! बच्चे गायब हो रहे हैं
भोपाल:- मध्यप्रदेश फिर पहले नंबर पर आया है| जी हाँ बिलकुल पहले नंबर पर परन्तु किसी अच्छे काम के लिए नहीं बल्कि बच्चों की गुमशुदगी में मध्यप्रदेश सबसे आगे है| प्रदेश में हर दिन 25 एवं महीने में करीब 800 बच्चे लापता हो रहे हैं| यह जानकारी केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट में सामने आयी है| अगर 2019 की बात करें तब सिर्फ पिछले 11 महीनों में 8000 बच्चियों की गुमशुदगी रिपोर्ट लिखवाई गयी है|
कहाँ जाते हैं बच्चे?
केंद्र सरकार के रिपोर्ट की माने तो वर्ष 2014 से 2019 के बीच में पुरे देश से 3 लाख 18 हज़ार 748 बच्चे गुम हुए जिसमे से 20 प्रतिशत यानि की 52 हज़ार 272 बच्चे मध्यप्रदेश के हैं| इनके बारे में न केंद्र सरकार के पास कोई जानकारी है और नाही राज्य सरकार के पास| एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के हवाले से जारी इस रिपोर्ट की माने तो प्रदेश में तीन सालों में नाबालिग बच्चों की तस्करी में दोगुना इज़ाफ़ा हुआ है| जबकि इस बिच इन चीज़ों को रोकने के लिए पुलिस आधुनिकता पर 100 करोड़ रूपये खर्च कर चुकी है| अब यह 100 करोड़ कहाँ गए राम जाने पर जिस चीज को घटाने के लिए यह खर्चा किया गया था वह अब पहले से दोगुनी हो चुकी है|यह न सिर्फ सरकार के लिए शर्मशार करने वाली बात है बल्कि मध्यप्रदेश के कानून व्यवस्था पर भी बड़ा सवालिया निशान है|आखिर यह बच्चे कहाँ जाते हैं किसी को पता तक नहीं है ढूँढना तो दूर की बात है|