कमलनाथ सरकार दिग्विजय सिंह की महत्वकांक्षा के कारण गिरी? छोटे भाई का बड़ा बयान…..
मध्यप्रदेश/इंदौर : हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और दिग्गज विधायक लक्ष्मण सिंह एक बार फिर प्रदेश में अपने बयान को लेकर चर्चा का विषय बने हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों को लेकर बड़ा हमला बोला हैं।
विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि सिंधिया समर्थक 14-15 मंत्री बनाए गए थे। वे मंत्री पहले भी थे, चले गए फिर भी मंत्री ही बने हैं तो फिर फर्क क्या है। 14 मंत्री बनाए थे, कमलनाथ इससे ज्यादा और क्या करते। कोई अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी खाली करके यह तो नहीं कह देगा की आओ बैठ जाओ। शिवराज सिंह ने भी ऐसा नहीं किया। जैसे यहां थे, वैसे ही वहां हैं, बल्कि वहां जाने से आने वाला 2023 का चुनाव बताएगा कि उन्हें कितना नुकसान हुआ हैं। उपचुनाव में तो लोगों काे पता था कि भाजपा सरकार बना लेगी। इन्होंने चुनाव के समय गरीब तबके को डराया कि आपका राशन कार्ड बंद कर देंगे। इस कारण कोरोना से डरे लोगों से उन्हें वोट मिल गया, पर अब ऐसी स्थिति नहीं बनने वाली।
उन्होंने आगे कहा कि साल 2023 में सिंधिया का एक भी समर्थक जीत नहीं पाएगा। जो महापुरुष अपने 17-18 विधायकों को लेकर भाजपा में गए हैं। वे हमारी पार्टी में थे, हम उनकी आदतों को जानते हैं। वे अपने आप को दूसरों पर थोपने में माहिर हैं। वे किसी को अपना बॉस नहीं मानते, वह खुद अपने आप को बॉस मानते हैं। भाजपा में यह नहीं चलता। वहां उनका संगठन काम करता है। संगठन में और ये जो दल बदल कर गए हैं, आने वाले समय में इनके बीच टकराव और बढ़ेगा।
इतना ही नहीं उन्होंने आगे शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने सबसे बड़ी गलती कमलनाथ सरकार को गिराकर की हैं। सारे विधायकों को किस प्रकार से अपने पक्ष में किया यह सबको पता हैं। उप चुनाव के नतीजे भले ही भाजपा के पक्ष में आ गए हैं और वह कैसे आए हैं। आप से छुपा नहीं है। इससे भाजपा में जो दरार पड़ी है। जो भाजपा में समर्पित भाव से काम कर रहे हैं, उनसे पूछिए।
मालूम हो कि कमलनाथ सरकार को गिराने के पीछे दिग्विजय सिंह का हाथ बताया जाता है, जिसको लेकर उनेक भाई से इस पर सवाल किया गया। जिसपर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार दिग्विजय सिंह की महत्वकांक्षा के कारण गई है। इस प्रकार की अफवाह क्यों फैलाई जा रही है, यह मुझे नहीं पता। दिग्विजय सिंह की महत्वकांक्षा और क्या होगी। वे 10 साल सीएम रहे। सांसद हैं, परिवार के लोग पदों पर हैं। उनकी बस एक ही महत्वकांक्षा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने, क्योंकि कांग्रेस पार्टी के साथ धोखा हुआ है। हर कार्यकर्ता के साथ-साथ उनका भी यही सोचना हैं।