पत्रकारों और सरपंचों को फ्रंटलाइन वर्कर का दिया जाए दर्जा, जल्द से जल्द कराया जाए वैक्सीनेशन:- कुणाल चौधरी
पत्रकारों और सरपंचों को फ्रंटलाइन वर्कर का दिया जाए दर्जा, जल्द से जल्द कराया जाए वैक्सीनेशन:- कुणाल चौधरी
द लोकनीति डेस्क: गरिमा श्रीवास्तव
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने अंतरराष्ट्रीय विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा दिया, पर जो पत्रकार गैर अधिमान्य हैं उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा नहीं दिया गया जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई दिग्गज सामने आए और उन्होंने गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा दिलाने की मांग की.
बताते चलें कि कोरोना महामारी के दौरान अधिमान्य पत्रकारों के साथ-साथ गैर अधिमान्य पत्रकार लगातार फील्ड पर कवरेज में जुटे हुए हैं. पर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने सिर्फ अधिमान्य पत्रकारों को ही फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा दिया. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता गैर अधिमान्य पत्रकारों के हित में सामने आए.
आज कालापीपल के विधायक कुणाल चौधरी ने पत्र लिखकर शाजापुर के कलेक्टर से सभी पत्रकारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के के साथ पंचायत के सरपंच को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगवाने की मांग की है.
अब देखना यह होगा कि कलेक्टर द्वारा क्या प्रतिक्रिया आती है. लंबे समय से गैर अधिमान्य पत्रकारों के लिए मांग उठने के बाद भी अभी तक सरकार ने उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा नहीं दिया है