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Breaking :सिहोरा में कोरोना ने दिखाया बड़ा असर ,24 घंटे में आये 14 तो मझौली में आये इतने। …… 

Breaking :सिहोरा में कोरोना ने दिखाया बड़ा असर ,24 घंटे में आये 14 तो मझौली में आये इतने। …… 

  • जबलपुर ज़िले के साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना ने असर दिखाना शुरू कर दिया 
  • सिहोरा और मझौली तहसील बनते जा रहे है कोरोना के नए हॉटस्पॉट 
  • बुधवार को 7 और गुरुवार को फ़िर सामने आये 7 मामले 

द लोकनीति डेस्क सिहोरा 
मध्यप्रदेश  एकतरफ़ जहाँ कोरोना से बुरी तरह जूझ रहा है वही दूसरी तरफ़ प्रदेश की शिवराज सरकार ग्वालियर और चंबल के चुनावी रण में युद्ध कर रही है। ,जबकि समय की मांग है कि सरकार को जनता की सुरक्षा के लिए कड़े नियम कानून से और कोरोना महामारी को लेकर अस्पतालों में सुविधा प्रदान की जाए लेकिन शिवराज सरकार केवल अभी उपचुनाव की सीटों के  गुणा भाग में व्यस्त है। 
 ज़रा आंकड़ों में डालें एक नज़र 

 

New update : जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 7 हज़ार 262 पहुँच गई है। वही आज 231 नए मामले सामने आये है ,बीते 24 घंटे में 2 लोगो की मौत के साथ कोरोना से अभी तक 120 लोगो की मौत हो चुकी है। वही एक्टिव मामलों की संख्या 1254 है। 
यहां प्रदेश की हालत तो बुरी है ही लेकिन संस्कारधानी जबलपुर भी अब बुरी तरह covid-19 के शिकंजे  में फसता जा रहा है। यह वाकई बेहद चिंता का विषय है क्योंकि यहां न तो चिरायु जैसा अस्पताल है जिसके ब्रांड अम्बेस्डर खुद मुख्यमंत्री और उनके विधायक लगातार बनते जा रहे है। प्रदेश की जनता को अब खुद स्वयं की रक्षा करनी होगी ,क्योंकि अब सरकार भी समझ चुकी है कि वे प्रदेश की जनता के लिए कुछ नहीं कर सकती ,क्योंकि मध्यप्रदेश में दिल्ली सरकार की तरह न तो मोहल्ला क्लिनिक है न ही अस्पतालों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की सप्लाई। 
ग्रामीण क्षेत्रों में भी फ़ूट रहा कोरोना ब्लॉस्ट : कलेक्टर का अचानक बीच में जाना पड़ रहा जनता को भारी 
आपको बता दे जबलपुर जिले की बुरी स्तिथि के कुछ कारण खुद सरकार ने ही पैदा किये है क्योंकि कोरोना के शुरुआती समय से जबलपुर के पूर्व कलेक्टर भरत यादव का अचानक ट्रांसफर करना सवालिया निशान खड़ा  करता है। क्योंकि कलेक्टर भरत यादव शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की हालत का लगातार जायजा ले रहे साथ ही गंभीर रूप से जनता की स्तिथि को भी भांप चुके थे।  लेकिन शिवराज सरकार ने कलेक्टर यादव का निजी स्वार्थो के कारण ,सत्ता के दलालो ने उन्हें बेदखल कर नए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को ले आये। अब कर्मवीर भी कोई वीरो वाला काम नहीं कर रहे बल्कि उनकी कार्यप्रणाली पर अब पक्ष-विपक्ष के जनप्रतिनिधि भी ऊँगली उठाना शुरू कर चुके है।  
 जबलपुर जिले के साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड-19 अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तहसील में एक साथ कोविड-19 के इतने बड़ी संख्या में मामले सामने आने के बाद तहसील में हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है। सिहोरा तहसील में जहा 24 घंटे में 14 नए मामले सामने आये है ,वही मझौली तहसील में पिछले 2 दिनों में 43 मामले सामने आ चुके है। ये आंकड़े तो यही बता रहे है कि जबलपुर जिले की ये दोनों तहसीले कोविड -19 की नई हॉटस्पॉट बनती जा रही है। 
सिहोरा और मझौली में ये हुए पॉजिटिव 
गुरुवार को मिली रिपोर्ट में वार्ड नं 6 निवासी 55 वर्षीय पति ,45 वर्षीय पत्नी ,वार्ड नं 11 में 40 वर्षीय महिला ,वार्ड नं 2 में 26 वर्षीय युवती, वार्ड नं 4 में 32 वर्षीय महिला डॉक्टर , वार्ड नं 6 में 30 वर्षीय युवक के अलावा ग्राम सिलोंडी निवासी 38 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिले है। 
वही मझौली में कोरोना के 6 नए मामले सामने आये है। 

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