एनएचएआई ने फोरलेन सड़क तो बनाई, नहीं किया अंडर बाईपास का निर्माण
एनएचएआई ने फोरलेन सड़क तो बनाई, नहीं किया अंडर बाईपास का निर्माण
पहरेवा नाका से जुनवानी कला रोड
बना एक्सीडेंटल जोन, 20 गांव के किसान और स्थानीय रहवासी परेशान
सिहोरा
जबलपुर से रीवा के बीच बनी फोरलेन सड़क जुनवानी कला मार्ग से निकलने वालों के लिए एक्सीडेंटल प्वाइंट बन गया है। सड़क निर्माण के दौरान ग्रामीणों के निकालने के लिए एनएचएआई ने कोई भी अंडर बायपास नहीं बनाया। जिसके कारण अनेक गांव के लोग परेशान हैं। सिहोरा नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने पहरेवा नाका से जुनवानी आलासूर सिमरिया होते हुए लमकाना तक के कृषि बाहुल्य क्षेत्र के बाशिंदों के लिए पहरेवा नाका परेशानी का सबब बन गया है आवाजाही को देखते हुए यहां नियमानुसार एनएचएआई को अंडर बायपास बनाना था, लेकिन फोरलेन निर्माण के बाद इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
रोड के दोनों तरफ की खोल दी जालियां : पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश पांडे, भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश पटेल ने बताया कि एक सप्ताह पहले एनएचएआई ने एप्रोच रोड की जालियां खोल दी। ऐसे में सिहोरा और गोसलपुर साइड से आने वाले नहीं देखने के कारण एक्सीडेंट की संभावना सबसे ज्यादा बढ़ गई है। एनएचएआई के अधिकारी और प्रशासनिक अमले को कई बार इस संबंध में अवगत कराया गया लेकिन अधिकारी सिर्फ टालमटोल कर रहे हैं। सिलवानी गांव के किसान ओम प्रकाश पटेल ने बताया कि सर्विस रोड से जुनवानी मार्ग की ऊंचाई करीब 10 फीट के लगभग है। यहां से करीब 20 गांवों के लोगों का सिहोरा सीधे आवागमन होता है। ऐसे में उपज लेकर जब किसान ट्रैक्टर से मंडी जाने के लिए इस रोड से गुजरता है तो हमेशा ट्रैक्टर के पलटने का खतरा बना रहता है। मंडी जाने के लिए किसानों को करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा चक्कर लगाना पड़ता है।
नहीं सुन रहा प्रशासन और एनएचएआई(NHAI) : स्थानीय रहवासियों ने बताया कि इस संबंध में एनएचएआई और प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया कि यह एक एक्सीडेंटल पॉइंट बन गया है। जबलपुर रीवा फोरलेन रोड बनते समय यहां पर अंडरब्रिज बनाने की बात कही गई थी। लेकिन रोड बनने के बाद ना तो अंडर ब्रिज बना और ना रोड की ऊंचाई बढ़ाई गई।