सिहोरा : हाईवे फोरलेन सड़क की पटरियों पर दरारें, गम्भीर खतरे का अंदेशा

सिहोरा हाईवे में फोरलेन सड़क की पटरियों पर दरारें : गम्भीर खतरे का अंदेशा
गुणवताहीन निर्माण होने से बारिश में खुली पोल
सिहोरा
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 हाईवे फोरलेन पर गांधीग्राम से लेकर सिहोरा व गांधीग्राम से कुशनेर की ओर फोरलेन सड़क की दोनों ओर की पटरियों पर जगह जगह बड़ी बड़ी दरारें पड़ गयी हैं। एलएनटी द्वारा सीमेंट कंक्रीट फोरलेन सड़क का निर्माण किया गया। उसके बाद सड़क के किनारे मुरम व मिट्टी से पटरीयों को बनाया गया था, किन्तु गुणवत्ताविहीन बनी पटरियों में गांधीग्राम, रामपुर से सिहोरा के बीच व गांधीग्राम से कुशनेर व आगे जबलपुर की ओर बने फोरलेन सड़क के किनारे लम्बी व गहरी दरारें स्पष्ट परिलक्षित हो रही है।
गुणवत्ता की अनदेखी : राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के किनारे बनाई गई पटरीयों में मुरम व मिट्टी की पुराई के बाद उसे पानी से सिंचाई करके बेलन से पर्याप्त समतलीकरण नही किये जाने की वजह से पटरियां धसक रहीं हैं। जिससे लम्बी व गहरी दरारें भी आ गयी हैं।
हाईवे किनारे की पुलियों पर कई जगह दरारें : गांधीग्राम बायपास, बघेला नाला सहित कई छोटी पुलियों के पास जहां लोहे की रैलिंग लगी हुई है वहाँ भी ज्यादा दरारें पड़ गई हैं।
खतरे का अंदेशा : हाईवे फोर लाइन सड़क की पटरियों पर दरारें होने की वजह से वाहनों के पटरियों पर खड़े होने से धंसने व पलटने से गम्भीर दुर्घटनाओं का अंदेशा जताया जा रहा है।रात्रि के समय ये दरारें दिखती भी नही है। इन दरारों की वजह से पटरी पर आते ही अनेकों बार वाहन अनियंत्रित होकर पलट चुके हैं। बुद्धिजीवी वर्ग की मांग है कि समय रहते बरसात पूर्व इन दरारों को भरा जावे,व बेलन चलाकर समतलीकरण किया जावे।