प्रवासी श्रमिकों को अब सरकार देगी रोजगार, पंजीयन होगा, जॉब कार्ड बनेंगे
मध्यप्रदेश /भोपाल (Bhopal ) सीएम शिवराज सिंह (CM Shivraj singh ) ने कहा कि श्रमिकों को योग्यता के अनुसार काम दिलाया जाएगा।दूसरे प्रदेशों से घर लौटे 4.63 लाख से ज्यादा श्रमिकों को अब सरकार रोजगार देगी। इसके लिए श्रमिकों का पंजीयन करा कर एवं जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा। वहीं उनकी योग्यता के आधार पर सभी उद्योगों व अन्य कार्यों में लगाया जाएगा। यह बात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कही।
मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना(Corona) की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि पंजीयन में श्रमिक की श्रेणी (कुशल, अकुशल और अर्द्धकुशल) का साफ-साफ उल्लेख करें, ताकि उन्हें उनकी योग्यता के मुताबिक काम दिलाया जा सके।
मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान(Mohammed suleman) ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित क्षेत्र 701 रह गए हैं। 10 जिले संक्रमण मुक्त हैं। इनमें कटनी, नरसिंहपुर और बालाघाट में अभी तक प्रकरण नहीं आया। जबकि सात जिले (आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, हरदा, शहडोल और शाजापुर) संक्रमण मुक्त हो गए हैं। खरगोन भी रेड से ग्रीन जोन में आ गया है।
13.60 लाख किसानों से 98.14 लाख एमटी गेहूं खरीदा
समीक्षा में यह भी बताया गया कि अभी तक 13.60 लाख किसानों से 98.14 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। इसमें से 83.32 लाख मीट्रिक टन का परिवहन और भंडारण हो चुका है। वहीं 10 लाख किसानों को 11,500 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई किसान न छूटे और बाहरी व्यक्ति सरकारी केंद्रों पर गेहूं बेच न पाए। 4.63 लाख श्रमिकों की घर वापसी सरकार का दावा है कि अब तक 4.63 लाख श्रमिकों की घर वापसी हो चुकी है। वहीं, 50 हजार श्रमिकों का आना संभावित है। प्रदेश की सीमा पर आ रहे अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को राज्य की सीमा तक भेजने के लिए 850 बसों का इंतजाम किया है।