Sidhi News : इस खदान मालिक को लॉक डाउन और कोरोना का नहीं है डर ,प्रशासन की मिलीभगत से खदान में अभी भी काम कर रहे हैं मजदूर
Sidhi News : जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत ग्राम खडौरा में लॉक डाउन होने के बावजूद भी ग्रेनाइट खदान मे काम चल रहा है। अधिकारियों को सारी जानकारी है इसके बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं ,जबकि ग्रामवासी काफी दहशत में जीवन यापन कर रहे हैं।
ग्रामवासियों ने सुनाई आपबीती
खडौरा के ग्राम वासियों ने प्रशासन का ध्यान इस ओर कराते हुए बताया कि ग्राम खडौरा स्थित झेड ब्लैक रॉक्स खदान में रात दिन काम चल रहा है। लॉक डाउन के बावजूद झेड ब्लैक राक्स खदान पर कोई असर नहीं हो रहा और रात दिन ब्लास्टिंग का काम चल रहा है, जबकि उसके आसपास की अन्य खदानें शासन के निर्देशों का पालन करते हुए बंद हैं। ग्राम वासियों ने बताया कि एक तरफ करोना बायरस के चलते लॉक डाउन होने के कारण हम लोग घरो में कैद हैं तो वही दूसरी तरफ झेेड ब्लैक राक्स खदान द्वारा रात दिन ब्लास्टिंग कर रहा है, जिससे दहशत जदा जिंदगी हम लोग जीने को मजबूर हैं। हम लोगों के आने जाने में पुलिस प्रशासन लॉक डाउन का हवाला देते हुए announce किया जा रहा है कि घर से बाहर न निकले वही झेड ब्लैक रॉक्स खदान खड़ौरा में प्रतिदिन 15 से 20 मजदूर लगातार कार्य कर रहे हैं जिन पर शासन प्रशासन का कोई खौफ नहीं है।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कारवाई
25 मार्च को एसडीएम मझौली, तहसीलदार मझौली एवं नायब तहसीलदार मड़वास व थाना प्रभारी को जानकारी दी गई इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई और खदान में निरंतर ब्लास्टिंग का काम चल रहा है। वहां के रहवासी मजबूर होकर प्रेस के संपर्क में आते हुए आप बीती बताने लगे जिससे यह माना जा रहा है झेड ब्लैक खदान में मनमानी चरम सीमा पार कर चुकी है।
मनमानी से हो रहा है काम
जहां कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में ब्लास्टिंग का कहीं उल्लेख नहीं है किंतु झेड ब्लैक रॉक्स कंपनी के कर्ता-धर्ता राजेश कुमार साधवानी वीर सावरकर नगर इंदौर एवं महेश कुमार बजाज पिता प्रभूदास बजाज अहमदाबाद खड़ोरा को खदान के 9.460 हेक्टेयर क्षेत्र पर ग्रेनाइट खनिज का उत्खनन की अनुमति मिली हैै पर सभी भूमि स्वामियों की सहमती नहीं मिल पाई थी। इसके बावजूद खदान में ब्लास्टिंग कर उत्खनन का काम जारी है।
सुबह से ब्लास्टिंग चालु
घर के पास में ही यह खदान संचालित है जहॉ सुबह 7 बजे से उत्खनन का काम शुरू हो जाता है कभी-कभी रात भर चलता है। ब्लास्टिंग से घरों में धक्का लगता है तथा दीवारों में दरारें आ गई है हम लोगों को ऐसा लगता है कि घर बार छोड़कर कहीं भाग जाएं।
कुछ ग्रामवासियों ने हमारे संवाददाता को अपनी पीड़ा बताई
जब मन हुआ तभी शुरू कर दी जाती है ब्लास्टिंग-
जेड ब्लैक रॉक्स खदान में काम लगातार चलता है जहां जब मन हुआ तब ब्लास्टिंग शुरू कर दी जाती है, अगर ठेकेदार से हम लोग शिकायत करते हैं तो वह कहते हैं कि घर छोड़कर कहीं दूसरी जगह चले जाओ जबकि ब्लास्टिंग के गंध से हम लोगों का दम घुटता है एवं उल्टी होने लगती है : स्थानीय निवासी
नुकसान होने पर रूपए देने को कहते हैं
इस खदान में सुबह से काम चालू हो जाता है ब्लास्टिंग हमेशा करते हैं और रात में ज्यादातर करते रहते हैं, शिकायत करने पर ठेकेदार कहते हैं कि घरों में पत्थर गिरने से जो नुकसान होगा हम पैसा दे देंगे, पूछने पर अगर कोई आदमी मर गया तो क्या दोगे इस पर ठेकेदार के आदमी कुछ नहीं बोले : स्थानीय निवासी
तहसीलदार का क्या कहना
यह मामला मेरे संज्ञान में आया है मैं इसकी जानकारी कलेक्टर एवं खनिज विभाग को भेजूंगा और निश्चित वहां जाकर देखूंगा।
चंद्रमणि सोनी
तहसीलदार, मझौली
(सीधी से संवाददाता गौरव सिंह की रिपोर्ट)