टी20 वर्ल्डकप विशेष :विराट का चहेता सर जडेजा

स्पोर्ट्स ङेस्क: मॉडर्न क्रिकेट में ऑलराउंडर की भूमिका सबसे अहम हो गई है। क्योंकि ये ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी टीम को फील्डिंग, बोलिंग या बैटिंग से मैच जीता सकते हैं।भारत में हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा ,कुणाल पांड्या सरीखे खिलाड़ी हैं, जो हरफनमौला खिलाडी की कैटेगरी में आते हैं।
2019 का वर्ल्ड कप रविंद्र जडेजा के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के विरुद्ध 59 गेंदों में 77 रन की पारी उनके जीवन की अब तक की सबसे अहम पारियों में से एक है।
 मैच से पहले कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर ने एक ट्वीट किया था जहां उन्होंने कहा था कि उन्हें बिट्स एंड पीसेज खिलाड़ी पसंद नहीं है और जडेजा इसी कैटेगरी में आते हैं। जिसके बाद जडेजा ने पलटवार करते हुए संजय मांजरेकर को कहा था कि मैंने आपसे दोगुना मैच खेला है और इसके लिए आपको मुझे इज़्ज़त देना चाहिए।
न्यूजीलैंड के विरूद्ध खेली गई पारी जडेजा के लिए संजीवनी बूटी की तरह साबित हुई। कहीं ना कहीं इस पारी ने जडेजा के डूबते करियर को एक पतवार दी। जडेजा टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे थे, लेकिन सफेद गेंद से उनके प्रदर्शन पर लगातार उंगलियां उठ रही थी। वर्ल्ड कप के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, श्रीलंका के विरुद्ध मैच खेलने का मौका मिला है। इन मैचों में उन्होंने यह साबित किया है कि वह टीम को किसी भी परिस्थिति से मैच जिताने में सक्षम है। जडेजा एक बेहतरीन क्षेत्ररक्षक के साथ एक उपयोगी गेंदबाज और लोअर आर्डर में एक अच्छे बल्लेबाज हैं। आगामी टी20 वर्ल्डकप में जडेजा टीम इंडिया के लिए अहम किरदार निभा सकते हैं।

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