मप्र की राजनीति छोड़कर दिल्ली लौटेंगे कमलनाथ? आला कमान बड़ी ज़िम्मेदारी देने की तैयारी में, अटकलें तेज़
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हैं। जबकि खुद प्रदेश कांगेस अध्यक्ष कमलनाथ भी बीते दिनों छिंदवाड़ा में राजनीति से सन्यास लेने के संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जब तक छिंदवाड़ा की जनता चाहेगी वे राजनीति में रहेंगे। वैसे वे काफी काम कर चुके हैं। अब आराम करना चाहते हैं। कमलनाथ ने कहा था कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया हैं।
कमलनाथ के इस बयान के बाद से ही कमलनाथ के दिल्ली लौटने के कयास लगाय जा रहे हैं। आला कमान उन्हें दिल्ली संगठन की बड़ी भूमिका देने की तैयारी में हैं।
इन चर्चाओं को लगातार बल मिल रहा हैं। कमलनाथ राष्ट्रीय कांग्रेस में जाएंगे या प्रदेश की कमान संभालते हुए मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहेंगे, इसको लेकर नेताओं के बीच चर्चा गर्म हैं। इस सब चर्चाओं के बीच पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा का बड़ा बयान सामने आया हैं।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि उन्हें दिल्ली बुला रहे हैं, जबकि हम चाहते हैं कि वे यहीं रहें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व में मोतीलाल वोरा और अहमद पटेल के जाने के बाद खालीपन आ गया हैं। ऐसे में संगठन के शीर्ष नेतृत्व को उनकी जरूरत हैं। इसी कारण कमलनाथ को दिल्ली में संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही हैं। हालांकि कमलनाथ के दिल्ली और एमपी में रहने का फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना हैं।