विधानसभा में कोरोना ब्लास्ट, शीतकालीन सत्र से पहले 34 कर्मचारी कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मप्र का शीतकालीन सत्र एक बार फिर कोरोना के कारण टल सकता हैं। दरअसल। सत्र के दो दिन पहले विधानसभा के 77 में से 34 कर्मचारी कोरोना संक्रमित निकले हैं। जिसके बाद सत्र ना बुलाए जाने की संभावना और बढ़ गई हैं। वह, आज दोपहर दो बजे सर्वदलीय बैठक विधानसभा में बुलाई गई हैं। इसमें तय होगा कि अब शीतकालीन सत्र का फैसला लिया जाए या नहीं। इसे एक दिन का भी किए जाने की संभावना अब बढ़ गई हैं। यदि सत्र चलता है तो उसका प्रोटोकॉल क्या होगा और सभी दलों से कितने विधायकों को बुलाया जाए, इस पर भी चर्चा हो सकती हैं।
इस से पहले शुक्रवार को भी 55 लोगों का और टेस्ट हुआ है, जिनकी रिपोर्ट आज आनी हैं। वहीं, जिला प्रशासन आज संक्रमित क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित कर सकता हैं।
बता दे कि शिवराज सिंह सरकार में अभी तक एक ही दिन का सत्र हो पाया है। पिछली बार भी संवैधानिक बाध्यता को वजह बताया गया था। अब चूंकि 200 लोगों के साथ शादी व राजनीतिक कार्यक्रम हो रहे हैं, तो सत्र संभावना भी बढ़ी हैं। नए सत्र में लोकमहत्व से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा संभावित हैं।
मालूम हो कि कोरोना काल में अभी तक 47 विधायक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें मुख्यमंत्री और एक दर्जन मंत्रियों के साथ विधायक भी शामिल हैं। एक विधायक गोवर्धन दांगी और पूर्व विधायक कल्याण सिंह की मौत हो चुकी है। इस समय विधानसभा सदस्यों में 51 विधायक 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं।
इधर, सत्र को निरस्त करने की संभावना इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि इस से पहले 10 राज्यों ने भी कोरोना के चलते सत्र को निरस्त किया हैं।
सत्र निरस्त करने वाले राज्यों में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गोवा, गुजरात, केरल, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश और मेघालय शामिल हैं।
सत्र पहले हुए इस कोरोना विस्फोट से विधानसभा सकते में हैं।