कौन से ऐसे अधिकारी है जो रिश्वत नहीं लेते, सभी लेते है, सबको इसकी जानकारी है – विधायक रामबाई
- अपने बयान को लेकर फिर सुर्खियों में पथरिया से बसपा विधायक रामबाई
- आटे में नमक बराबर रिश्वत वाले बयान पर सामने आया एक और बयान
- शासन-प्रशासन से लेकर बड़े-बड़े अधिकारियों को है इसकी
दमोह : बीते कुछ दिन पहले पथरिया से बसपा विधायक रामबाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें वो अधिकारियों से ये कहती हुई नज़र आ रही थी के आटे में नमक बराबर रिश्वत चलती है, एक हजार रुपए तक की रिश्वत लेने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा कि हजार-पांच सौ की घूस लेना समझ में आता है, लेकिन 10 हजार लेना गलत है। हमें पता है कि सब कुछ ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ चल रहा है, लेकिन इतना भ्रष्टाचार ठीक नहीं।
अब इसी मामले पर विधायक रामबाई का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें रामबाई ये कहते हुए नज़र आ रही है कि यह एक ही गांव की बात तो है नहीं, यह तो पूरे मध्यप्रदेश और भारत भर की स्थिति है। कौन सी पंचायत और कौन से विभाग हैं और कौन से ऐसे अधिकारी हैं जो रिश्वत नहीं लेते हैं सभी लेते हैं। शासन-प्रशासन से लेकर बड़े-बड़े अधिकारियों तक को इसकी जानकारी है।
विधायक आगे अधिकारियों का पक्ष लेते हुए कहती है कि लेकिन बात सहायक सचिव की है। जो दमोह से आते हैं और जिन्हें सिर्फ 7 से 8 हजार रुपए मिलते है। वह मुझसे खुद कहने लगे कि दीदी हमारी स्थिति ऐसी है कि सो 100 से 200 रुपए तो हमें आने-जाने में लग जाते हैं। तो मैंने उनसे कहा कि अगर कोई स्वेच्छा से कोई देता है तो आटे में नमक बराबर चलता है।
वहीं जब उनसे आटे में नमक के बराबर रिश्वत लेने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हम तो सब से बोलते हैं कि एक रुपए भी मत लो लेकिन कोई सुनता है क्या ? इसके पहले मैंने सब से कहा और कई जगह पैसे भी लौट आए हैं। मैंने डांट भी लगाई है। उन्होंने कहा कि मेरे विधानसभा में इसको लेकर लगातार प्रयास करती हूँ। लोगों को पैसे नहीं लेने देती और लोग मेरे डर से पैसा लेते भी नहीं। उनका यह भी कहना है कि उनको जैसे ही जानकारी मिलती है वह लोगों के पैसे वापस भी कराती हैं। मैंने बोला की भाई इनके पैसे वापस करो और उन्हें दिए भी हैं और कुछ के लिख लिए हैं कि जो बाद में देंगे।
ये था मामला
बीते दिनों मध्यप्रदेश के दमोह जिले के सतऊआ गांव के ग्रामीण रोजगार सहायक निरंजन तिवारी और सचिव नारायण चौबे की शिकायत लेकर पथरिया से बसपा विधायक रामबाई के पास पहुंचे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास के नाम पर दोनों हजारों रुपए वसूल रहे हैं। ग्रामीणों ने विधायक के सामने ही सहायक और सचिव पर वसूली के आरोप लगाए। किसी ने 5 हजार, किसी ने 8 हजार से लेकर 10 हजार रुपए तक लेने की बात कही थी। जिस पर विधायक रामबाई ने कार्रवाई करने के बजाय पंचायत के आरोपी कर्मचारियों को भ्रष्टाचार का गणित समझाया था।