बाढ़ से बर्बादी : न खाने को न रहने को  , बह गई जीवनभर की कमाई 

मध्यप्रदेश / ग्वालियर : बारिश का कहर  अभी भी जारी है ,  लेकिन कुछ इलाकों में बारिश की रफ़्तार धीमीं हो चुकी है पर पानी उतरने के बाद बाढ़ प्रभावित इलाके में तबाही का मंजर है।  ग्वालियर – चम्बल में पांच दिन से लगातार बारिश के बाद अब जनजीवन सामान्य होने की दिशा में बढ़ रहा है और बाढ़  पीड़ित लोग जो अपना घर छोड़  चुके थे  वह सभी अब घर लौट रहें हैं , लेकिन अब सबसे बड़ी दिक्कत यहां लोगों के खानपीन की खड़ी  हो रही है | गांव के हालात यह हैं कि यहां के लोगों के पास अब न रहने के लिए जगह है और न ही पहनने के लिए कपड़े और खाने के लिए अनाज।

आँखों में आसुओं का सैलाब , कांपते हाथ, ठिठुरता बदन और बेबसी साथ ही बाढ़  में बही जीवनभर की कमाई | यही मंजर है बाढ़  प्रभावित बदरवास के दुहाई टेंटाई गॉव में , गॉव की आबादी 265  है , जो सहरिया आदिवासी वर्ग से है  | पांच दिन जारी बारिश ने इस गॉव को बर्बाद कर दिया है | 

भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने बाढ़ पर अजब-गजब बयां देते हुए कहा है की मध्यप्रदेश में  आई  बाढ़  के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने नदी जोड़ो योजना शुरू की थी , लेकिन मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार ने इसे बीच में रोक दिया , इसी कारण  अब बाढ़ -सूखे की स्थिति बन रही है  यह योजना पूरी होती तो न बाढ़ आती और न सूखे की स्थिति बनती | पहले मंत्री विश्वास सारंग ने महंगाई के लिए 1947 के जवाहरलाल नेहरू के भाषण को जिम्मेदार बताया था , अब रामेश्वर बाढ़  के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बता रहें हैं | 

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