विदिशा /लापरवाही -ऐसी भी क्या बेसुधी ,कि छात्राओं को विद्यालय में बंद कर भूल गए
नटेरन (विदिशा) से गरिमा श्रीवास्तव की रिपोर्ट :- क्या विद्यालय में ऐसे भी शिक्षक पदस्थ किए जाते हैं जिन्हे इतनी भी खबर नहीं होती कि जब आखिरी में विद्यालय को बंद किया गया तो पूरी जाँच पड़ताल के साथ किया गया या नहीं ?क्या कोई बच्चा अंदर तो नहीं रह गया ?
सम्पूर्ण मामला है विदिशा के नटेरन क्षेत्र का। जहां पर विद्यालय के शिक्षकों द्वारा हुई बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है।
शासकीय प्राथमिक कन्या शाळा के शिक्षक शुक्रवार शाम 4.30 बजे स्कूल बंद कर गेट में ताला लगाकर चले गए। अंतिम में विद्यालय बंद करने के दौरान वो इस प्रकार बेसुध थे कि उन्होंने इतना भी नहीं ध्यान दिया कि क्या कोई बच्ची आखिरी में विद्यालय में तो नहीं न रह गई। शिक्षकों की इस लापरवाही का भुगतान दो छोटी बच्चियों को भुगतना पड़ा ,विद्यालय में पढ़ने वाली दो बच्चियाँ अंदर ही बंद रह गई।
करीब 6:30 बजे ग्रामीणों ने जब बच्चियों के रोने की आवाज़ सुनी तो वह विद्यालय के तरफ गए ,ध्यान देने पर पता चला की आवाज़ अंदर से आ रही है ,उन्हें तुरंत ही आभास हो गया कि अंदर बच्चियां बंद हैं।
उन्होंने स्कूल के गेट का ताला तोड़ा तो अंदर 7 साल की दो बच्चियां थीं। ग्रामीणों ने इन्हें बाहर निकाला। बच्चियों का रो-रोकर बुरा हाल था।
डीईओ एसपी त्रिपाठी ने कहा कि लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।