सभी खबरें

बाबा का ढाबा के मालिक का एक और वीडियो वायरल, कहा चोर नहीं था गौरव वासन, मांगी माफ़ी

बाबा का ढाबा के मालिक का एक और वीडियो वायरल, कहा चोर नहीं था गौरव वासन, मांगी माफ़ी

 

पिछले कोरोना महामारी के दौरान lockdown मे चर्चा में आये बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद का एक वीडियो फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जिसमे उन्होंने हाथ जोड़कर माफ़ी मांगी है.

सड़क किनारे छोटा सा ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद रातों रात मशहूर हुए क्योंकि एक फूड ब्लॉगर ने उनका एक वीडियो बनाया, जिसमें 80 साल के बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद रो रहे थे और कह रहे थे कि लोग उनके यहां खाने नहीं आ रहे हैं और उनकी दुकान नहीं चल रही है.

वीडियो वायरल होते ही उनके संघर्ष ने लोगों के दिल को छू लिया. भोजनालय पर ग्राहकों की भीड़ लग गई और लोगों ने दिल खोलकर डोनेशन दिया. यह सब हुआ फूड ब्लॉगर गौरव वासन द्वारा शेयर किए गए वीडियो के बाद. हालांकि, कुछ ही समय बाद ढाबे के मालिक कांता प्रसाद ने ब्लॉगर के खिलाफ चंदे में हेराफेरी का मामला दर्ज कराया. ब्लॉगर ने आरोपों से इनकार करते हुए अपने बैंक स्टेटमेंट भी दिखाए.

 देखें वीडियो :-

https://www.instagram.com/tv/CQAiGvlnWyA/?utm_medium=copy_link

 अब एक बार फिर से कांता प्रसाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो एक दूसरे फूड ब्लॉगर ने वायरल किया है जिसमें कांता प्रसाद माफी मांगते नजर आ रहे हैं.

उन्होंने कहा, “गौरव वासन, वो लड़का कभी चोर नहीं था. हमने कभी उसे चोर नहीं कहा.”

उन्होंने कहा, “बस हमारे से एक चूक हुई. जनता-जनार्धन से कहते हैं कि अगर कोई गलती हो गई हो हमसे तो हमें माफ करना… इसके आगे हम कुछ नहीं कह सकते.” ब्लॉगर करण दुआ ने इंस्टाग्राम पर यह वीडियो शेयर किया है.

पिछले साल दिसंबर में उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद लाखों लोगों ने उनकी मदद की थी और रेस्टोरेंट खोला था. पर कमाई से ज्यादा उनका खर्चा था.

 कांता प्रसाद ने कहा कि रेस्टोरेंट में खर्चा ज्यादा था और आमदनी कम हो रही थी. कांता प्रसाद के मुताबिक ' रेस्टोरेंट का किराया, स्टाफ़ की तनख्वाह, बिजली, पानी और अन्य खर्च मिला कर करीब 1 लाख महीने की लागत थी, जबकि आमदनी 30-45 हज़ार थी इसलिए हमने रेस्टोरेंट बंद कर दिया और वापस ढाबे पर आ गए हैं और अपने इस हाल पर खुश हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button