UP – योगी का फरमान – विद्यालयों में पढ़ानें की जगह दुल्हनों को शादी के लिए तैयार करनें में करेंगी मदद

योगी का फरमान विद्यालयों में पढ़ानें की जगह दुल्हनों को शादी के लिए तैयार करनें में करेंगी मदद
शैलजाकान्त मिश्रा
- जहां शिक्षकों की असल जगह स्कूलों में बच्चों को अच्छी शिक्षा देनें की रहती है। वहीं दूसरी ओर सरकारें उन पर अन्य दायित्वों को सौंपकर बोझ बढ़ा रहे हैं।
- ताजा मामला उत्तरप्रदेश के सिद्वार्थनगर का है जहां सरकारी फरमान के मुताबिक महिला शिक्षकों को नई जिम्मेदारी सौंपी है जहां वह पढ़ानें की जगह नई दुल्हनों को तैयार करनें में मदद करेंगी।
उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर जिले में 20 महिला शिक्षकों को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 28 जनवरी को सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान दुल्हनों को शादी के लिए तैयार होने में मदद करने का काम सौंपा गया।
शिक्षा की गुणवत्त्ता होती है प्रभावित
इन सभी दायित्वों के बोझ तले दबनें के कारण शिक्षक अपने मूल कार्य को सही ढंग से अंजाम नहीं दे पाते हैं। पोलियों अभियान से लेकर अन्य सरकारी कार्यों में शामिल कर लिया जाता है। जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल नहीं हो रही है।
किसको दोषी ठहराया जाए
सरकारें ऐसा ही रवैया अख्तियार करती रहीं तो बच्चों के भविष्य के साथ स्वाभाविक रूप से सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इसमें शिक्षकों की भूमिका तय नहीं की जा सकती जब तक सरकारें उन्हें उनका वास्तविक कार्य करनें नहीं देतीं।