मध्यप्रदेश/भोपाल – मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव कब होंगे ये तो समय ही बताएगा लेकिन उस से पहले प्रदेश की सियासत गर्माता हुई नज़र आ रहीं हैं। दरअसल अब इन चुनावों से पहले मप्र में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की एंट्री हो गई हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी की नज़र भी मप्र में बनी हुई हैं। AIMIM की एंट्री के बाद बीजेपी-कांग्रेस का समीकरण बिगड़ सकता हैं। अगर, आगामी नगरीय निकाय चुनाव में AIMIM मैदान में उतरती है तो मध्य प्रदेश के कई जिलों में चुनावी गणित बिगाड़ सकती है, क्योंकि एमपी के अधिकांश जिलों में मुस्लिम वोटर्स को असदुद्दीन ओवैसी अपना वोटर बनाने की फिराक में लगे हैं। अब एमपी में AIMIM का चुनावी भविष्य आने वाला चुनाव ही तय करेगा कि वह अन्य राजनीतिक पार्टियों का समीकरण बिगाड़ने में कितना सफल होगी।
खास बात ये है कि राजधानी भोपाल के बुधवारा इलाक़े में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का दफ्तर भी खुल गया हैं। यहां से नए सदस्यों को जोड़ने के लिए मोबाइल एप के जरिये सदस्यता अभियान चलाया जा रहा हैं। भोपाल के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो में वर्चुअल मीटिंग और सदस्यता का अभियान चलाया जा रहा हैं।
जानकारी के मुताबिक, भोपाल में ताहिर अनवर ओवैसी की पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं। ताहिर अनवर ने बताया कि एमपी के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो में हमारा फोकस हैं। हम पूरी दम से नगरीय निकाय चुनाव में उतरेंगे। ताहिर अनवर भोपाल में इस पार्टी के लिए जमीन तलाश रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों ही पार्टियों ने चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस सबने ही मुस्लिम वर्ग को पिछले 70 सालों से वोट बैंक समझा हैं। अब उनके हक के लिए हमारी पार्टी मैदान में आई हैं। हम मोबाइल एप के जरिये हमारे वोटर्स को जोड़ने के लिए सदस्यता अभियान चला रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग हमसे जुड़ रहे हैं।
बहरहाल, AIMIM का डिजिटल प्लान मध्य प्रदेश के राजनीतिक दलों के लिए कितनी मुश्किलें पैदा करेगा यह आने वाला वक़्त बताएगा।