MP में फिर खोई राजनीतिक जमीन वापस चाहती है उमा भारती, हाईकमान में घटी लोकप्रियता
भोपाल : एक जमाने में बीजेपी की फायर ब्रांड नेता रहीं उमा भारती फिलहाल साइड लाइन हैं। उनकी सक्रियता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे MP में फिर खोई राजनीतिक जमीन वापस चाहती हैं।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी का अभियान चलाने का ऐलान कर शिवराज सरकार के लिए मुसीबत बनती दिख रही हैं। उन्होंने भोपाल में शराब दुकान में पत्थर मारकर सुर्खियां बटोरीं, लेकिन सरकार और प्रशासन मौन रहा।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि उमा भारती बीजेपी का जाना-पहचाना चेहरा हैं। वे केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रही हैं। बतौर सीएम वह मध्यप्रदेश की कमान संभाल चुकी हैं। उन्हें आक्रामक तेवरों के लिए जाना जाता है।
बता दे कि उमा भारती ने राज्य में शराब बंदी की मांग उठाई है। हालही में वो 13 मार्च को भोपाल में एक शराब की दुकान पर पहुंचीं। शराब की बोतलों पर एक बड़ा पत्थर मारा और दुकान से निकल गईं। उनकी इस हरकत पर सरकार और प्रशासन दोनों ही मौन हैं। भाजपा ने यह जरूर कहा कि उमा के इस आंदोलन से पार्टी का लेना-देना नहीं है।
माना जाता है कि इस छटपटाहट में ही वे कुछ ऐसा करती हैं जिससे लाइमलाइट में रहें। पार्टी हाईकमान में उनकी लोकप्रियता घटी है। वह पॉलिटिकल सीन से भी गायब होती जा रही हैं।