सुप्रीम कोर्ट के 2 वकील जाएंगे शाहीन बाग, प्रदर्शनकारियों को देंगे विरोध करने की दूसरी जगह
सुप्रीम कोर्ट के 2 वकील जाएंगे शाहीन बाग, प्रदर्शनकारियों को देंगे विरोध करने की दूसरी जगह
शाहीन बाग का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहले ही जा चुका है क्योंकि जिस जगह यानि की शाहीन बाग एक ऐसी जगह है जो दिल्ली और नोएडा का मुख्य मार्ग है जिसकी वजह से पूरे दिल्लीवासियों और नोएडा के लोगो को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि कल शाहीन बाग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दो वकील नियुक्त किए है जो शाहीन बाग जाकर प्रदर्शनकारियों को समझाने का काम करेंगे कि अगर उन्हें आगे भी प्रदर्शन करना है तो वो मुख्य मार्ग छोड़कर किसी और जगह जाकर प्रदर्शन करें यानि कि किसी वैकल्पिक जगह बता दें कि कोर्ट ने कहा कि वहां प्रदर्शनकारियों को ये समझाया जाए कि सड़क रोककर विरोध न करें. इसके लिए किसी वैकल्पिक जगह का इस्तेमाल करें.
क्या कहा कोर्ट ने
कोर्ट ने नया रुख अपनाते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों से बात करके उन्हें समझाना उचित रहेगा. इसके लिए जजों ने वरिष्ठ वकील संजय हेगडे को नियुक्त कर दिया. प्रदर्शनकारियों के समर्थन में तीन लोगों की तरफ से पक्ष रख रही वकील साधना रामचंद्रन को भी हेगड़े के साथ वहां जाकर बात करने के लिए कहा गया है. कोर्ट ने कहा आप लोग प्रदर्शनकारियों को समझाइए कि वह अगर विरोध जारी रखना चाहते हैं, तो इसके लिए किसी वैकल्पिक जगह का इस्तेमाल करें. सार्वजनिक सड़क से हट जाएं. सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, “कोर्ट यह साफ कर दे कि वैकल्पिक जगह देने की जिम्मेदारी सरकार की नहीं मानी जाएगी. प्रदर्शनकारी खुद कोई वैकल्पिक जगह चुनें. नहीं तो कल को वह कहेंगे कि सरकार ने हमें अच्छी वैकल्पिक जगह नहीं दी. इसलिए हम सड़क से नहीं हट रहे.“ मेहता ने आगे कहा, “वहां पर लोगों ने महिलाओं और बच्चों को सड़क पर बैठा दिया है. इसके चलते प्रशासन को कार्रवाई करने में दिक्कत हो रही है. ऐसा नहीं है कि वहां के लोगों से बात करने की कोशिश नहीं की गई है. हमने वहां के संगठनों से बात की. मस्जिद के इमामों से अनुरोध किया कि लोगों को सड़क से हटने के लिए समझाएं. अब बेहतर होगा कि कोर्ट हमें प्रदर्शनकारियों को हटाने की इजाजत दे.''