जानलेवा सिस्टम! जहरीली शराब पीने से ग्वालियर में 2 की मौत, माफियाओं को टांगने-लटकाने वाले CM गायब….!
जहरीली शराब से होने वाली मौत अब तक नहीं थमी,
ग्वालियर में जहरीली शराब पीने से 2 की मौत,4 गंभीर
ग्वालियर/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इससे पहले मुरैना, भिंड,उज्जैन में भी जहरीली शराब पीने से काफी लोगों की मौत हुई थी. और अब ग्वालियर में जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आया है.
सिस्टम में अभी तक कोई बदलाव नहीं आया. जहरीली शराब बिक रही है, और लोग उसे पी रहे हैं.
ग्वालियर में जहरीली शराब पीने से 2 की मौत :-
ग्वालियर में जहरीली शराब पीने से 2 की मौत हो गई है और चार की हालत गंभीर है. इस घटना से एक बार फिर से सिस्टम पर सवाल खड़ा हुआ है. मौत के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है या पूरा मामला महाराजपुर थाना क्षेत्र के वार्ड 62 का है.
जहां 6 लोगों ने जहरीली शराब पी थी. इनमें से दो की मौत हो गई है और 4 लोगों की हालत बेहद गंभीर है इन्हें जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दे कि होली के दूसरे दिन भाई दूज पर 6 लोगों ने शराब पार्टी की थी. इसके बाद अब स्थिति बिगड़ गई है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
चंदू पुरा निवासी प्रदीप परिहार और विजय सिंह परिहार ने साथी बंटी रजक,तेज सिंह,चंद्रपाल सिंह और लल्लू माहौर के साथ होली के दूसरे दिन भाई दूज पर शराब पार्टी थी.जिसके बाद शराब पार्टी में शामिल होने वाले साथियों की तबीयत बिगड़ने लगी प्रदीप और विजय की हालत काफी गंभीर हो गई अस्पताल पहुंचने से पहले घर पर ही विजय की मौत हो गई जबकि प्रदीप ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
इस घटना ने एक बार फिर से सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जब इससे पहले मुरैना में करीब 2 दर्जन लोगों की मौत हुई थी, तो सरकार ने यह बात कही थी कि मध्य प्रदेश से वह शराब माफिया को जड़ से उखाड़ फेकेंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टांग दूंगा लटका दूंगा की बात कहते हुए माफियाओं को धमकी दी थी, पर सीएम शिवराज सिंह चौहान की बातों का जरा भी असर शराब माफिया पर नहीं हुआ. जहरीली शराब का धंधा लगातार जारी है.
सरकार के किए हुए सारे वादे फेल होते नजर आ रहे हैं.
भिंड में शराब पीने से 5 लोगों की हुई मौत, कांग्रेस कराएगी जांच
इस शराब कांड से ठीक 1 दिन पहले भिंड के लहार में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई. उज्जैन, मुरैना के बाद अब भिंड और ग्वालियर में जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में सियासी रंग ले लिया है.
पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायकों का जांच दल गठित किया है जो मौके पर भिंड जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर अपनी रिपोर्ट पीसीसी को सौंपेंगे.
अभी भिंड का मामला ठंडा ही नहीं हुआ था कि ग्वालियर में जहरीली शराब पीने से मौत हो गई.
भिंड में हुई जहरीली शराब से मौत के मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में शराब माफिया बेखौफ है, ज़हरीली शराब पीने से इतने लोगों की मौत सिस्टम पर सवालिया निशान लगाते हैं.
बताते चलें कि बीते 1 साल में प्रदेश में जहरीली शराब से मरने वालों का या छठवां मामला है. प्रदेश में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है.सिर्फ इतना ही नहीं मृतक के परिजनों ने सरकार पर दिखावटी कार्रवाई करने का आरोप भी लगाया है.
इस तरह से मध्यप्रदेश में जहरीली शराब का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है, टांग दूंगा,लटका दूंगा की बातें सिर्फ जुमलेबाजी तक की है. जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इसके साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का यह भी कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस की मिलीभगत भी है. क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो इस तरह से जहरीली शराब की बिक्री नहीं होती.
ग्वालियर में दो की मौत हो चुकी है चार की हालत गंभीर बनी हुई है, अब देखना है आगे क्या होगा.