मेघालय में CAA के खिलाफ प्रदर्शन में दो की मौत, प्रवासियों को बनाया जा रहा निशाना
दिल्ली में सीएए को लेकर जहां एक तरफ हिंसा ने दंगे का रुप ले लिया तो वही दूसरी तरफ अब मेघालय का माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण बन चुका है। जी हां, बता दें कि मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में हुई झड़प के दौरान दो व्यक्तियों की मौत हो गई है. इसके बाद शहर में कर्फ़्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है. शनिवार की सुबह शिलॉन्ग के बड़ा बाज़ार इलाके में खासी छात्र संघ यानि कि केएसयू के सदस्यों और ग़ैर-आदिवासी समूहों के बीच झड़प हुई जिसमें दोनों व्यक्तियों की मौत हुई. इनमें से एक मृतक की पहचान खासी यूनियन के नेता के तौर पर हुई है. ये झड़प नागरिकता संशोधन क़ानून और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) के मुद्दे पर निकाले जा रहे एक जुलूस के दौरान हुई. झड़प के दौरान हुई चाकूबाजी में कम से कम छह लोग घायल भी हो गए हैं. फ़िलहाल वहां स्थिति बहुत तनावपूर्ण है.
बिहार,यूपी और बंगाल के प्रवासी डरे हुए
जुलूस में स्थानीय लोगों ने प्रवासियों को निशाना बनाया. इस घटनाक्रम के बाद वहां रहने वाले प्रवासी, ख़ासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल के लोग डरे हुए हैं. मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने एक बयान जारी करके कहा, ''मुख्यमंत्री को सूचना मिली है कि नागरिकता संधोशन कानून (CAA) और इनर लाइन परमिट को लेकर इचामाटी में एक बैठक चल रही थी. बैठक ख़त्म होते ही बड़ी संख्या में उपद्रवी वहां आए और केएसयू के सदस्यों पर हमला कर दिया. इस दौरान हुई झड़प में कई लोग घायल हैं.'' ईस्ट खासी हिल्स ज़िला प्रशासन ने शनिवार को शिलॉन्ग शहर में धारा 144 लागू कर दी है ताकि कानून व्यवस्था को कायम रखा जा सके.