Bhopal:- कोरोना संकट में फालेन आउट अतिथि विद्वान के बालक का इलाज़ के अभाव में हुआ दुःखद निधन
- आंखें पथरा गई अतिथि विद्वानों की नियमितीकरण की राह देखते देखते
भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव :-मध्य प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में विगत कई वर्षों से अध्यापन कार्य करने वाले अतिथि विद्वान विगत 5 माह से फालेन आउट होकर बेरोजगारी की हालत में दर-दर भटकने को मजबूर है । कांग्रेस सरकार बोलती आई थी कि कोई भी आतिथि विद्वान व्यवस्था से बाहर नहीं होगा और सब को बाहर करते गए। अब जो आशा की किरण है वह वर्तमान मुख्यमंत्री आदरणीय शिवराज सिंह चौहान जी से है क्योंकि वह आंदोलन स्थल पर आकर के बोले थे कि आप लोगों के नियमितीकरण कोई बड़ी समस्या नहीं है जो साथी बाहर हुए हैं उनको अंदर किया जाए और सबको नियमित किया जा सकता है। प्रदेश का यह कोई बहुत बड़ा काम नहीं है और प्रदेश के हित में भी है ।
डॉ सुजीत भदौरिया ने बताया कि प्रदेश के लगभग 17 सौ अतिथि विद्वान आज भी व्यवस्था से बाहर है। इस कोरोना की महामारी में उनकी हालत बहुत ही दयनीय हो गई है.मुख्यमंत्री से लगातार निवेदन किया जा रहा है कि इनके प्रति भी थोड़ी सी संवेदनशीलता दिखाई जाए क्योंकि अतिथि विद्वानों के ऊपर कोरोना और बेरोजगारी दोनों तरह की मार पड़ रही है. ना तो इनके पास कोई रोजगार है और ना कोई आय का अन्य साधन है । इस विषम परिस्थिति में इनका परिवार भूखों मरने की कगार पर खड़ा हो गया है ।
डॉ युगल शर्मा फॉलन आउट क्रीड़ा अधिकारी शासकीय महाविद्यालय बागली में कार्यरत थे पैसे के अभाव में सही इलाज न मिलने के कारणउनके पुत्र ऐश्वर्य शर्मा उर्फ चिंटू क्योंकि लंबे समय से बीमार चल रहे थे उस बच्चे ने बहुत संघर्ष किया वह संघर्ष करते-करते वह हार गया बीती रात दुखद निधन हो गया।
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ सुरजीत सिंह भदौरिया ने बताया कि कई नेताओं और मंत्रियों से बात भी निरंतर हो रही है परंतु उन सब का एक ही कथन है इस समय तो सिर्फ और सिर्फ कोरोना से निपटा जा रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि आप इस बात पर विश्वास रखें कि जैसे ही यह विभीषिका समाप्त होती है वैसे ही सभी आपके साथी अंदर हो जाएंगे और आपके नियमितीकरण की जो फाइल है वह आगे बढ़ जाएगी इसी आशा और विश्वास के साथ में हम पूरे मध्यप्रदेश के अतिथि विद्वान मुख्यमंत्री आदरणीय शिवराज सिंह चौहान जी और उनके मंत्रियों का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं और इस बात को भी आश्वस्त कराते हैं कि हम पूरे मध्य प्रदेश के अतिथि विद्वान इस महामारी में सरकार के साथ है।