बालाघाट :- नहीं रही सरकार से उम्मीद.. अपने खर्चे से तेलंगाना से ट्रॉले में भर कर आए मजदूर

बालाघाट / गरिमा श्रीवास्तव :- प्रवासी मजदूर इस वक्त अपने घर पर आना चाहते हैं… पर सरकार और राजनीति के बीच बुरी तरह से फंसे हुए हैं. आज मध्यप्रदेश के बालाघाट में प्रवासी मजदूर खुद के खर्चे से वापस आए.क्योंकि अब उनके पास बाहर रहकर जीविकोपार्जन की सारी सामग्री खत्म हो चुकी है. 

 थक हार कर प्रवासी मज़दूर अपने खर्चे पर वापसी कर रहे हैं, बालाघाट(Balaghat) में आज तेलंगाना(Telangana) से ट्राले में भरकर 72 मज़दूर पहुँचे. ट्रक वाले ने एक लाख दस हजार रुपए मज़दूरों से वसूले… पर मजदूर क्या करते हैं. एक तरफ जहां सरकार दावा कर रही है कि हम 60000 मजदूरों को वापस बुला चुके हैं और बचे हुए मजदूरों (Labours)को वापस लाने की लगातार प्रयास जारी है… 

 हालांकि शिवराज ने कहा था कि प्रवासी मजदूर चिंता ना करें उन्हें वापस जरूर लाया जाएगा.. पर कब लाया जाएगा यह मजदूरों को नहीं पता. उनके पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है… अपने गृह ग्राम आने को लालायित मजदूर आखिर कर भी क्या सकते हैं. 

 जरूरत है सरकार को जल्द से जल्द इस मामले में संज्ञान लेने की. अन्यथा कोरोना संक्रमण का खतरा भी तेजी से बढ़ेगा और भुखमरी से मजदूरों की जान भी जाएगी. 

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