तहसीलदार ने दी थी गुमठी हटवाने की धमकी, दुकानदार ने किया जानलेवा हमला
तहसीलदार ने दी थी गुमठी हटवाने की धमकी, दुकानदार ने किया जानलेवा हमला
तहसीलदार पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी गिरफ्तार, दो आरोपियों ने दिया था वारदात को अंजाम, कुल्हाड़ी से किए थे एक के बाद एक कई वार…
सीधी से गौरव सिंह की रिपोर्ट : – सीधी के कुसुमी में प्रभारी तहसीलदार पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने एक सितंबर की रात को उस वक्त तहसीलदार लवलेश मिश्रा पर जानलेवा हमला किया था जब वो अपने घर के पास ही टहल रहे थे। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने तहसीलदार को मरा हुआ मानकर छोड़ा था और फरार हो गए थे।
गुमठी वाला निकला आरोपी : –
तहसीलदार लवलेश मिश्रा को गंभीर हालत में खून से लथपथ हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही थी। अज्ञात आरोपियों तक पहुंचने के लिए एसपी पंकज कुमावत ने दो टीमों का गठन किया था। पुलिस संदेहियों को पकड़कर उनसे पूछताछ कर रही थी इसी दौरान संदेही देवीदीन जायसवाल से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने खुलासा करते हुए बताया है कि तहसीलदार लवलेश पांडे ने वारदात से एक दिन पहले ही 31 अगस्त को गुमठी संचालक को फटकारते हुए कहा था कि जब से तु्म्हारी दुकान खुली है तभी से इलाके में चोरी की वारदातों में इजाफा हुआ है और असमाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगा रहता है अगर असमाजिक तत्वों का बैठना यहां पर बंद नहीं कराया तो दुकान हटवा दूंगा। बस इसी बात से नाराज आरोपी देवीदीन ने अपने एक साथी से मिलकर 1 अगस्त की रात करीब 9 बजे जब तहसीलदार घर के पास टहल रहे थे तो कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला कर दिया था। आरोपियों ने बताया कि वो तहसीलदार को मरा हुआ जानकर छोड़कर मौके से फरार हो गए थे।
ऐसे मिटाए सबूत
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने कुल्हाड़ी से तहसीलदार पर पीछे से गर्दन पर धारदार हथियार कुल्हाड़ी (टांगा) से वार किया तथा जब वे गिरने लगे तब पुनः एक प्रहार एवं गिरने के बाद पुनः एक प्रहार किया एवं उनको मरा हुआ मानकर आरोपी देवीदीन जायसवाल व साथी वहां से फरार हो गए। पास के ही तालाब में जाकर दोनों ने कुल्हाड़ी और चप्पलें धोईं। वारदात के दौरान आरोपी के साथी जो कि नाबालिग है उसकी एक चप्पल कीचड़ में फंसकर छूट गई थी। आरोपियों ने हथियार को अपनी दुकान के पास ही खाली कमरे में छिपा दिया था और खून से सने कपड़ों को धो दिया था।