मध्यप्रदेश /जबलपुर (Jabalpur ) -: शहर की थोक सब्जी व फल दुकानों में लोगों की भीड़ अधिक रह रही है। दुकानों में नागरिक कोविड-19 (Covid-19 ) संक्रमण से बेफिक्र होकर सब्जी-फल की खरीदी करने में व्यस्त है। तो अनाज दुकानों में भी एक साथ 6-8 लोगों को खरीदारी करते दिखते है। नागरिकों की इस लापरवाही से लॉकडाउन-3(Lock down) समय कोरोना(Crona) संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा और जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती दिख़ रही है।
कृषि उपज मंडी स्थित सब्जी-फल दुकानों में लगभग एक हजार छोटे व्यापारी व जरूरत मंद नागरिक पहुंचे। कुछ नागरिकों ने सस्ती सब्जियां व फलों की खरीदी करने 8-10 दुकानों के चक्कर लगाए। वहीं जरूरतमंद नागरिक भी थोक सब्जी-फल खरीदने में मोलभाव भी करने से नहीं चूके। शासन-प्रशासन ने जबलपुर की आर्थिक गतिविधियों को संभालने के लिए कोरोना लॉकडाउन-3 में थोड़े राहत दी है। इसके बाद से शहर के मुख्य बाजार व सड़कों पर नागरिकों की भीड़ मौजूद है। लॉकडाउन के दौरान भी नागरिकों को आम दिनों की तरह बाइक, कार-जीप में बेवजह घूमते देखा जा रहा है। जबकि कोरोना को लेकर रेड जोन(Rad jon) में शामिल जबलपुर में आज भी संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। नागरिकों के कुछ रुपये या समय बचाने भीड़ लगाकर खरीदारी करने और बेवजह घूमने की आदत शहर में कोरोना संक्रमण की स्टेज-3 की ओर धकेल रहे है।
चेहरे में मास्क भी नहीं लगाया
थोक दुकानों में कुछ लोगों को चेहरे का मास्क हटाकर खरीदारी करते देखा गया। इस पर आस पास मौजूद किसी व्यक्ति ने आपत्ति जताई तो उसको घुटन होने या ठीक से बात नहीं कर पाने की समस्या बताकर शांत करा दिया।
प्रशासन को व्यवस्था बनाना मुश्किल
थोक व फुटकर सब्जी-फल बाजार में लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाना जिला प्रशासन के लिए भी मुश्किल हो रहा है। हालांकि प्रशासनिक अमले ने दुकानदारों से अपील की है कि वह ग्राहकों को शारीरिक दूरी बनाकर ही खरीदी करने कहें। यह नियम टूटने पर दुकान दार को दोषी मान कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोरोना संक्रमण को रोकने को लेकर दुकानदार व ग्राहक लापरवाही बरत रहे हैं।
अब पुलिस ने किए चालान
शहर के रसल चौक, घमापुर चौक, टेलीग्राफ गेट नंबर-4, कछपुरा ब्रिज, उखरी चौक, विजयनगर क्षेत्र के अहिंसा चौक, एसबीआई चौक, दीनदयाल चौक में पुलिस ने सक्रिय होकर वाहनों के चालान किए। पुलिस दल ने सड़क पर दौड़ती बाइक पर दो और कार-जीप में सवार पाकर उनके चालकों से चालान राशि वसूल की। नागरिकों ने इस कार्रवाई से बचने बहाने भी बनाए, लेकिन नाकाम रहे।