मंत्री गोपाल भार्गव को नज़रअंदाज़ कर रही है पार्टी, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण – पूर्व मंत्री का बड़ा बयान
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में कोरोना का ख़ौफ तेज़ी के साथ फैल रहा हैं। आम आदमी से लेकर बड़े बड़े नेता, मंत्री तक इसकी चपेट में आ रहे हैं। यहां तक कि खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। शुक्रवार सुबह उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। जिसके बाद उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने पॉजिटिव होने की जानकारी खुद ट्वीट करते हुए दी। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की ज़िम्मेदारी भी अपने चार मंत्रियों को सौंपी।
सीएम शिवराज ने ट्वीट करते हुए लिखा की – मेरी अनुपस्थिति में अब यह बैठक गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरी विकास एवं प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, और स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी करेंगे। मैं स्वयं भी इलाज के दौरान प्रदेश में #COVID19 नियंत्रण के हरसंभव प्रयास करता रहूंगा।
सीएम शिवराज के इस ऐलान के बाद विपक्ष ने इस पर सरकार का घेराव करना शुरू कर दिया। साथ ही कैबिनेट मंत्री व प्रदेश के दिग्गज नेता गोपाल भार्गव को लेकर बड़ा बयान दिया। दरअसल, गोपाल भार्गव भाजपा के दिग्गज नेताओं में शामिल हैं। लेकिन उनको किसी तरह की ज़िम्मेदारी नहीं सौंपी गई। जिसको लेकर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बड़ा बयान दिया।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा की यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मंत्री गोपाल भार्गव को पहले से ही नज़रअंदाज़ किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में भी गोपाल भार्गव को पहले नहीं लिया गया। अगर उनको पहले मौका नहीं दिया गया तो जिन चार लोगों को मुख्यमंत्री ने अभी जिम्मेदारी दी है उसमें उनका नाम आना था।