MP:- जिलों में अब तक नहीं बनाए गए हैं प्रभारी मंत्री, भाजपा विधायकों को तवज्जो नहीं दे रहे जिले के अफसर
MP:- जिलों में अब तक नहीं बनाए गए हैं प्रभारी मंत्री, भाजपा विधायकों को तवज्जो नहीं दे रहे जिले के अफसर
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश में भले ही बीजेपी की सरकार वह पर भाजपा विधायकों की पीड़ा कुछ और ही बयां करती है. भाजपा विधायकों की पीड़ा है कि जिले के अवसर उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस के दौरान कहा था कि अब विधायक एसडीएम स्तर पर शासकीय योजनाओं की समीक्षा करेंगे सीएम की इस घोषणा के बाद विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं.
पर चाहे विधायक अपने क्षेत्रों में सक्रिय क्यों ना हो गए हो लेकिन जिले के अफसर उन्हें तवज्जो नहीं दे रहे हैं. भाजपा विधायकों की यह पीड़ा बार-बार सामने आ रही है. ताजा मामला नरसिंहपुर जिले का सामने आया है जहां पी डब्लू डी के अधिकारी बनी हुई सड़क पर नई सड़क बनाने जा रहे थे.
इस मामले में विधायक जालम सिंह की आपत्ति के बाद उस सड़क को बनाने के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया. 23 मार्च को भाजपा की सरकार बने 1 साल हो जाएंगे लेकिन अभी तक जिलों में प्रभारी मंत्री नहीं बनाया गया है.प्रभारी मंत्री जिलों में अलग-अलग योजनाओं की समीक्षा का कार्य करते हैं. इसके साथ ही तबादले को लेकर अन्य योजनाओं के अनुशंसा भी प्रभारी मंत्री के बिना नहीं होती थी. पर अभी तक प्रभारी मंत्री नहीं बनाए गए हैं जिसकी वजह से जिले के अफसर अपनी मनमर्जी से प्रस्ताव बना रहे हैं और हितग्राही योजनाओं को लागू करा रहे हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को अहमियत दी जाए और एसडीएम स्तर पर शासकीय योजनाओं की समीक्षा उस क्षेत्र के विधायक द्वारा की जाएगी..
बैरसिया विधायक विष्णु खत्री ने कहा कि अभी हम केवल हितग्राही मूलक योजनाओं की समीक्षा कर पाते थे सीएम के निर्देश के बाद विकास कार्यो की भी समीक्षा करेंगे.
वही सिलवानी विधायक रामपाल सिंह ने कहा कि अभी अधिकारी सिर्फ अपने स्तर पर ही विकास कार्यों को अंजाम देने में लगे थे वह हमारी बातों को नजरअंदाज किया करते थे.
इस तरह से भाजपा की सरकार में भी भाजपा विधायकों को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है.