नए वित्तीय वर्ष की हो रही शुरुआत लेकिन नही होगा इसका विस्तार,जानिए क्या होंगे बदलाव ?
मार्च का अंत और अप्रैल की शुरुआत यानि कि आज से नये वित्तीय वर्ष 2020-21 की शुरुआत हो चुकी है.लेकिन इससे पहले सोमवार को ही साफ कर दिया कि कोरोना वायरस को चलते काम में आ रही दिक्कतों को देखते हुए मौजूदा फाइनेंशियल ईयर का कोई विस्तार नहीं किया गया है. वही सरकार ने साफ किया है कि वित्त वर्ष को बढ़ाने वाली खबरें फर्जी हैं, इनमें किसी भी तरह की कोई सच्चाई नहीं है.
जानिए कहा होंगे बदलाव
- बैंकों का होगा मेगा विलय: आज से देश के 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मिलाकर 4 बड़े बैंक बन जाएंगे. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा. इस विलय के बाद बनने वाला बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. केनरा बैंक के साथ सिंडिकेट बैंक का विलय होगा. विलय के बाद यह देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. यूनियन बैंक का आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के साथ विलय होगा. विलय के बाद बनने वाला बैंक देश का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा. इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक विलय के बाद देश का सातवां सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा.
- आयकर का सिस्टम: आयकर के दो सिस्टम होंगे. पुराने टैक्स स्लैब के साथ वैकल्पिक स्लैब भी होगा. किसी भी एक को चुन सकेंगे. वैकल्पिक सिस्टम में बिना किसी बचत के करदाता छूट प्राप्त कर सकेगा.
- BS–6 वाहन: आज से सिर्फ BS-6 गाड़ियों की ही बिक्री भारत में हो सकेगी. हालांकि लॉक डाउन खत्म होने के बाद कंपनिया बीएस-4 गाड़ियों का इस समय बचे स्टॉक का 10 फ़ीसदी बेच सकेंगी. लेकिन यह बिक्री दिल्ली एनसीआर में नहीं होगी. दिल्ली एनसीआर में सिर्फ उन्हीं गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होगा, जिनकी बिक्री 31 मार्च तक हो जाएगी.
- मेडिकल डिवाइस दवा में: सभी मेडिकल डिवाइस ड्रग्स के दायरे में आएंगी. ड्रग्स ऐंड कॉस्मेटिक ऐक्ट की धारा 3 के तहत इंसानों और जानवरों पर इस्तेमाल होने वाले उपकरण दवा की श्रेणी में होंगे.
- पेंशन बढेगी: एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम (EPS) के बदले नियम लागू होंगे. रिटायरमेंट के 15 साल बाद फुल पेंशन की व्यवस्था यानी अप्रैल 2005 से पहले रिटायर करीब 6 लाख लोगों को ज्यादा पेंशन मिलेगी.
- क्लीन ऑयल की सप्लाई: देशभर में BS-6 पेट्रोल-डीजल की सप्लाई होगी. पेट्रोल वाली कारों में नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन 25% तक और डीजल कारों में 70% तक घटेगा.
- मोबाइल होगा महंगा: मोबाइल कीमतों पर नई जीएसटी दरें लागू होंगी. आज से मोबाइल खरीदने वाले ग्राहकों को ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे क्योंकि मोबाइल पर 12 फीसदी की जगह 18 फीसदी की दर से टैक्स लगेगा.