स्टेट लॉ कॉलेज प्रबन्धन द्वारा छात्रों की जिन्दगी किया जा रहा खिलवाड़,कोविड पॉजिटिव छात्रों को भी ऑफलाइन पेपर देने के लिए दिया जा रहा दवाब।
भोपाल/शुभम शुक्ला:- मध्यप्रदेश में कोविड की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है,कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना फिर से पैर पसार चुका है। राज्य सरकार द्वारा कोविड की तीसरी लहर से निपटान के लिए एक तरफ जहाँ एडवाइजरी जारी किया जा चुका है वहीं दूसरी तरफ कुछ संस्थान अभी भी कोविड को लेकर लगातार लापरवाह नजर आ रहे हैं।ऐसा ही मामला भोपाल से सामने आया है जहाँ भोपाल के एक सरकारी कॉलेज ने ऑफलाइन पेपर के निर्देश दिए हैं,और कोविड पॉजिटिव मरीजों को भी पेपर देने के लिए भी बुलाया है।
स्टेट लॉ कॉलेज भोपाल के तानाशाही रवैये से छात्र परेशान,स्वास्थ्य को लेकर चिन्तित हैं विद्यार्थी,ऑनलाइन पेपर की कर रहे माँग।
राजधानी भोपाल स्थिति स्टेट लॉ कॉलेज के तानाशाही पूर्ण निर्णय के कारण छात्रों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। एक तरफ छात्रों का स्वास्थ्य है तो दूसरी तरफ उनका कैरियर दाँव पर लगा हुआ है। दरअसल मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कालेजों में ऑफ़लाइन एग्जाम कराने की एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से अफिएटेड “स्टेट लॉ कॉलेज” भोपाल द्वारा भी छात्रों का ऑफलाइन एग्जाम कराने का निर्णय लिया गया है। लेकिन इस दौरान कॉलेज प्रबंधन सरकार के नियमों को भी ताक पर रख रहे हैं। दरअसल ऑफलाइन एग्जाम कराने को लेकर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में स्पष्ट तौर पर यह कहा गया है कि जो व्यक्ति कोविड पॉजिटिव है उनका पेपर बाद में लिया जाएगा लेकिन स्टेट लॉ कॉलेज प्रबंधन द्वारा इस एडवाइजरी को नजरअंदाज करते हुए कोविड पॉजिटिव मरीजों को भी पेपर देने के लिए बुलाया जा रहा है। कई छात्र जिनकी रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है उन्हें भी कॉलेज प्रबंधन ऑफलाइन पेपर देने के लिए दवाब डाल रहा है,जिससे पॉजिटव छात्रों के साथ-साथ अन्य छात्रों ने भी स्वास्थ्य को लेकर अपनी चिन्ता जाहिर की है। कॉलेज प्रबन्धन के इस तानाशाही निर्णय से जहाँ छात्रों में आक्रोश है,असमंजस है तो वहीं डर भी है कि अगर पेपर नहीं देंगे तो उनका कैरियर दाँव पर लग जाएगा। हालांकि पूरे मामले को लेकर कॉलेज प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई ऑफिसियल स्टेटमेंट नहीं जारी किया गया है।
प्रदेश में 24 घण्टों में कोविड के नए मरीज 11 हजार पार,फिर भी छात्रों को देना पड़ रहा है ऑफ़लाइन एग्जाम।
प्रदेश में पिछले 24 घण्टों में कोविड के 11274 नए मरीज आए हैं इसके बावजूद प्रदेश के कॉलेजों में ऑफ़लाइन एग्जाम के निर्देश जारी किए गए हैं। राजधानी समेत प्रदेश के तमाम जिलों के बड़े शैक्षणिक संस्थानों में ऑफ़लाइन एग्जाम के कारण दूसरे राज्यों के छात्रों को भी पेपर देने के लिए आना पड़ रहा है जिससे कोविड के और फैलने की सम्भावना भी है।प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में अभी तक ऑफ़लाइन के साथ-साथ ऑनलाइन कक्षाएं लग रही थी जिसके कारण स्थानीय छात्रों को छोड़कर, दूसरे राज्यों के या दूसरे जिलों के छात्र घर से ही ऑनलाइन क्लास ले रहे थे लेकिन अब पेपर ऑफलाइन होने के कारण हज़ारों छात्रों की परेशानियां बढ़ गई हैं, और वो ऑनलाइन एग्जाम की माँग कर रहे है।
प्रदेश के सबसे बड़े मीडिया विश्विद्यालय ने ऑनलाइन एग्जाम कराने का लिया है निर्णय!
एक तरफ जहाँ स्टेट लॉ कॉलेज जैसे संस्थान हैं जो छात्रों की जिन्दगी के साथ लापरवाही कर रहे हैं, कोविड पॉजिटिव छात्रों को भी ऑफ़लाइन एग्जाम देने के लिए बुला रहे हैं वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के सबसे बड़े मीडिया शैक्षणिक संस्थान ने ऑनलाइन पेपर कराने का निर्णय लिया है। भोपाल स्थित एशिया की सबसे पुरानी पत्रकारिता विश्वविद्यालय “माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवम संचार विश्वविद्यालय ” द्वारा छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन एग्जाम कराने का निर्णय लिया गया है।